Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

चीन से तनाव के बीच ताइवान को बड़ा झटका, मिसाइल प्रोडक्शन से जुड़े अधिकारी का शव होटल में मिला

हमें फॉलो करें चीन से तनाव के बीच ताइवान को बड़ा झटका, मिसाइल प्रोडक्शन से जुड़े अधिकारी का शव होटल में मिला
, शनिवार, 6 अगस्त 2022 (14:23 IST)
नई दिल्ली। चीन के साथ जारी तनाव के बीच ताइवान को उस समय बड़ा झटका लगा जब मिसाइल प्रोडक्शन से जुड़े उसके एक वरिष्ठ अधिकारी का शव होटल के एक कमरे में मिला। हालांकि अभी अधिकारी की मौत का कारण सामने नहीं आया है। मृतक अधिकारी कई मिसाइल उत्पादन परियोजनाओं का संचालन कर रहे थे। 
 
राष्ट्रीय चुंग-शान विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान के उपप्रमुख ओ यांग ली शिंग (Ou Yang Li-hsing) शनिवार की सुबह दक्षिणी ताइवान के एक होटल के कमरे में मृत पाए गए। अधिकारी की मौत के कारणों का फिलहाल पता नहीं लग पाया। इस मामले में जांच जारी है। बताया जा रहा है कि अधिकारी पिंगटुंग के दक्षिणी काउंटी की व्यावसायिक यात्रा पर थे। उन्होंने इस साल की शुरुआत में ही पद ग्रहण किया था। 
 
ताइवानी पुलिस अधिकारी की मौत के कारणों का पता लगा रही है। वहीं, दूसरी ओर, ताइवान इस समय चीनी धमकियों और उसके सैन्य अभ्यास के चलते तनाव और संघर्ष से घिरा हुआ। अमेरिकी कांग्रेस की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की यात्रा के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है। 
 
बताया जा रहा है कि ताइवान ने चीन के आक्रामक रुख को देखते हुए मिसाइल उत्पादन बढ़ा दिया है। ताइवान ने अपनी वार्षिक मिसाइल उत्पादन क्षमता को दोगुना से ज्यादा बढ़ाकर 500 के लगभग कर दिया है। 
 
चीन ने लगाया पैलोसी पर प्रतिबंध : दूसरी ओर चीन पेलोसी पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर चुका है। 82 वर्षीय नैंसी पेलोसी पिछले 25 वर्षों में ताइवान की यात्रा करने वाली अमेरिका की सबसे शीर्ष अधिकारी हैं। वह मंगलवार को ताइवान पहुंची थीं, जिससे चीन भड़क गया था। दरअसल, चीन ताइवान को अपना क्षेत्र बताता है और विदेशी सरकारों के साथ उसके संबंधों का विरोध करता है।
 
चीनी विदेश मंत्रालाय ने पेलोसी के दौरे की आलोचना करते एक बयान जारी कर पेलोसी और उनके परिवार पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। बयान के मुताबिक, पेलोसी ने स्व-शासित द्वीप की अपनी यात्रा को लेकर चीन की चिंताओं और विरोध की अवहेलना की है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

हिन्दी का केनवास बहुत व्यापक, 100 करोड़ लोगों की भाषा ही राष्ट्रभाषा है