गुरुवार को बोस्टन ग्लोब के एडिशन के पहले पेज पर एक एआर-15 (बंदूक) की तस्वीर और तीन शब्द हैं, जिनका मतलब है 'इसे बंद करो'।
एआर-15 टाइप की बंदूक का रविवार को ओरलैंडो के गे नाइटक्लब में हुई गोलीबारी में इस्तेमाल किया गया था। यह नरसंहार यूएस के इतिहास में हुए बड़े पैमाने की हत्याओं में से सबसे निचले स्तर का था। इसी तरह के हथियार का इस्तेमाल कनेटिकेट के न्यूटोन के एलीमेंट्री स्कूल, कोलाराडो स्थित अरोरा के मूवी थियेटर, और केलीफोर्निया के सेन बर्नार्डिनो की वर्कप्लेस पार्टी में हुआ था।
गुरुवार के इस पेपर के पहले पेज पर एक खतरनाक रायफल की तस्वीर है जो पूरे पेज को कवर करती है। रायफल के दाएं तरफ 'इसे बंद करो' लिखा है, जिसमें बंद ( Stop ) के लिए लाल रंग का प्रयोग है। बोस्टन न्यूजपेपर ने बंदूक और एक सेंपल बुलेट एंट्री उनकी असली साइज में दिखाई हैं।
बदलाव के लिए संकेत करती इस तस्वीर ने सभी का ध्यान तब खींचा जब मैसाचुसेट्स की सांसद एलिज़ाबेथ वॉरेन ने इसे ट्वीट किया। उनकी ट्वीट, "यह @BostonGlobe @बोस्टनग्लोब का कल के लिए कवर है- और वे 100 प्रतिशत सही हैं।"
इस ट्वीट के साथ "#filibuster" #फिलिबस्टर और "#holdthefloor" होल्डदफ्लोर हैशटैग का भी इस्तेमान सांसद वॉरेन ने किया था। जिसके द्वारा उन्होंने डेमोक्रेटिक सांसद क्रिस मर्फी की बुधवार शाम दी गई स्पीच के बारे में भी बोला।
मर्फी ने रुकने की कसम खाई थी 'उतने लंबे वक्त तक जब तक वे रुक पाएंगे"। अन्य डेमोक्रेटिक सांसद जिनमें वॉरेन भी शामिल थीं, फ्लोर पर आए थे ताकि फिलिबस्टर (संसद में बहुत अधिक लंबे समय तक दी जाने वाला भाषण) जारी रख पाएं और बंदूकों को लेकर नया कानून बनाए जाने की मांग जारी रहे।
अप्रैल में, द न्यू इंग्लैड न्यूजपेपर ने 9 अप्रैल, 2017 से एक काल्पनिक पहला पेज छापा था, जिसमें पाठकों को डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के खतरों के बारे में चेताया गया था।