संयुक्त राष्ट्र। ब्रिटेन की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सदस्यता ब्रेक्जिट जनमत संग्रह के बाद उसकी वैश्विक शक्ति जाहिर करने के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है। यह बात संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन के राजदूत मैथ्यू रायक्रॉफ्ट ने कही।
रायक्रॉफ्ट ने बुधवार को कहा कि मेरा काम इससे भी बड़ा है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद ब्रिटेन के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। ब्रिटेन सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी सदस्यों में से एक है लेकिन उसके यूरोपीय संघ से बाहर निकलने से अब फ्रांस उस संगठन का इकलौता सदस्य रह जाएगा, जो संयुक्त राष्ट्र की इस शीर्ष संस्था के तथाकथित पी-5 का सदस्य होगा।
कुछ राजनयिकों को उम्मीद है कि ब्रिटेन विदेशी नीति में अमेरिकी रुख के करीब आएगा। दोनों देश पहले से भी एक-दूसरे के करीबी सहयोगी हैं।
रायक्रॉफ्ट ने इस सुझाव को खारिज किया कि ब्रेक्जिट जनमत संग्रह के बाद परिषद में ब्रिटेन की सदस्यता को चुनौती दी जा सकती है। साथ ही कहा कि ब्रिटेन के पास निषेधाधिकार बरकरार है। (भाषा)