टोरंटो। कनाडा के सबसे बडे शहर टोरंटो में इन दिनों भयंकर बर्फबारी हो रही है और इसकी वजह से बेघर लोगों को आश्रय उपलब्ध कराना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है तथा पूर्वी राज्यों में हजारों घरों में बिजली आपूर्ति बाधित है और तटीय क्षेत्रों की सड़के बर्बाद हो गई हैं।
कनाडा के पर्यावरण विभाग के अनुसार इन दिनों बर्फीली हवाओं की रफ्तार 169 किलोमीटर प्रतिघंटा तक हो गई है और शनिवार को हैलिफैक्स से ओटावा के बीच सड़कों पर जमी बर्फ को हटाने में कर्मचारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। तेज हवाओं के चलते बिजली आपूर्ति बाधित है।
मौसम विभाग ने बताया कि वातावरण दाब में आई जोरदार गिरावट से ऐसी बेरहम मौसमी दशाएं बनी है और इसे 'चक्रवाती बम' भी कहा गया है। भयंकर बर्फीले तूफान ने पूर्वी तट पर आने से पहले कनाडा के समुद्री राज्यों में कहर बरपाया और इसकी वजह से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई तथा तापमान शून्य से 40 डिग्री नीचे चला गया है। टोरंटो शहर में ही तापमान शून्य से 21 डिग्री नीचे है जिससे लोगों में फ्रोस्ट बाइट (शरीर के अंगों का गल जाना) का खतरा बढ़ गया है।
प्रशासन ने इस मौसम को देखते हुए टोरंटो के पुराने इलाके में सेना के एक शस्त्रागार को बेघर लोगों को शरण देने के लिए खोलने की योजना बनाई है लेकिन सोमवार से पहले यह भी तैयार नहीं होगा। इस बात को लेकर टोरंटो के मेयर जान टोरी की जोरदार आलोचना हुई है कि उन्होंने इस तरह के इंतजाम पहले नहीं किए।
पेशे से नर्स और हाउसिंग एडवोकेट कैथी कोवी ने तापमान में लगातार आ रही गिरावट पर चिंता व्यक्त करते हुए हुआ कि जिन लोगों के पास घर नहीं है वे सड़कों पर ठंड के कारण मारे जाएंगें। उन्होंने बताया कि पिछले 30 वर्षों में मैंने इससे बुरा समय कभी नहीं देखा हैं। (भाषा)