चार्लोट। अमेरिका में चार्लोट पुलिस ने अश्वेत व्यक्ति की मौत मामले में वर्दी पर लगे कैमरे और डैशबोर्ड का वीडियो जारी किया है लेकिन फुटेज में यह नहीं दिख रहा कि पीड़ित ने अपने हाथ में बंदूक ले रखी थी।
पुलिस की गोली से मंगलवार को मारे गए अश्वेत व्यक्ति कीथ स्कॉट के परिवार ने कहा कि फुटेज से पता चल रहा है कि पुलिस के साथ स्कॉट का रवैया आक्रामक नहीं था, ऐसे में पुलिस की गोलीबारी का कोई मतलब नहीं था। परिवार ने कहा कि दोनों वीडियो में अहम सवालों के जवाब नहीं मिलते। स्कॉट के परिवार ने भी शुक्रवार को एक वीडियो जारी किया था।
परिवार द्वारा जारी फुटेज में अश्वेत पुलिस अधिकारी द्वारा स्कॉट को गोली मारने का क्षण कैद नहीं है। स्कॉट की पत्नी द्वारा रिकॉर्ड की गई 2 मिनट की वीडियो में वह अधिकारियों से गोली न चलाने की मिन्नत कर रही है। पुलिस अधिकारी कह रहे हैं 'बंदूक फेंक दो' जबकि वह उनसे कह रही है कि उसे गोली मत मारो। उसके पास कोई हथियार नहीं है।
इस घटना से गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से वीडियो फुटेज सार्वजनिक करने की मांग की थी। इसके बाद चार्लोट-मेकलेनबर्ग पुलिस प्रमुख केर पुतनी ने शनिवार को वीडियो जारी करने की घोषणा की। प्रदर्शनकारी पुलिस के इस दावे से इंकार कर रहे हैं कि 43 वर्षीय स्कॉट ने हाथ में बंदूक ले रखी थी जबकि स्कॉट के परिवार का कहना है कि उसके पास किताब थी।
पुलिस द्वारा जारी एक वीडियो में पुलिसकर्मी स्कॉट से बंदूक फेंकने के लिए कह रहा है लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि स्कॉट ने हाथ में कुछ ले रखा था या नहीं? इसके बाद गोलियां चलती हैं और स्कॉट जमीन पर गिर पड़ता है। एक अन्य फुटेज में गोली चलने का क्षण कैद नहीं है।
अमेरिका में पुलिस की गोली से अश्वेत व्यक्ति की मौत का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी इस तरह की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन होते रहे हैं। (वार्ता)