चंद्रमा पर घर बसाने का सपना जल्द ही साकार हो सकता है। ये उम्मीद जताई है रूस के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने। चीन और रूस 2027 तक चंद्रमा पर संयुक्त बेस स्थापित करने की तैयारी में हैं। इन वैज्ञानिकों के अनुसार उपग्रह चित्रों में चंद्रमा पर दिखी गुफाओं से ये संभावना बढ़ गई है कि अगले बीस साल में वहां एक नई बस्ती बसाई जा सकती है।
खबरों के अनुसार, चीन और रूस 2027 तक चंद्रमा पर संयुक्त बेस स्थापित करने की तैयारी में हैं। रूस के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने उम्मीद जताई है कि चंद्रमा पर घर बसाने का सपना जल्द ही साकार हो सकता है। वहीं चीन ने पिछले साल ही अंतरिक्ष में अपने पहले स्पेस स्टेशन को सक्रिय किया है।
चीन और रूस की ज्वाइंट मून बेस की योजना को अमेरिका के आर्टेमिस अकार्ड परियोजना के बहिष्कार और प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है। इस ज्वाइंट मून बेस से कई साइंटिफिक एक्टिविटी जैसे चंद्रमा पर खोज, चंद्रमा पर आधारित रिसर्च, एक्सपेरिमेंट और टेक्नोलॉजी वेरिफिकेशन का काम किया जाएगा।
वर्तमान में चंद्रमा पर चीन के चांग'ई 4 लैंडर और युतु 2 रोवर सक्रिय हैं। ये चंद्रमा के अंधेरे इलाके में मौजूद क्रेटर की जांच पड़ताल कर रहे हैं।