बीजिंग। बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए चीन ने एक एक्सपेरिमेंटल एयर प्यूरीफाइंग टॉवर बनाया है। इसे दुनिया का सबसे बड़ा एयर प्यूरीफायर कहा जा रहा है। एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, यह एक्सपेरिमेंटल एयर प्यूरीफाइंग टॉवर शांक्सी राज्य के शियान में बनाया गया है। शहर में स्मॉग की बढ़ती समस्या के बीच इस एयर प्यूरीफायर टावर से काफी सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं और हवा की गुणवत्ता बेहतर हुई है।
इस प्रोजेक्ट के रिसर्च हेड काओ जुंजी का कहना है कि लॉन्च के बाद से यह टॉवर हर दिन 10 मिलियन क्यूबिक मीटर (353 मिलियन क्यूबिक फुट) स्वच्छ हवा पैदा कर रहा है। पिछले कुछ महीने में 10 स्क्वायर किलोमीटर के दायरे में हवा की गुणवत्ता भी बेहतर हुई है। हवा साफ करने का यह चीनी टॉवर, 330 फीट तक ऊंचा है।
चीन की राजधानी बीजिंग दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक है। यहां हर साल धुएं और धुंध की वजह से लाखों लोगों की जिंदगी पर असर पड़ता है। कहा जाता है कि यहां हर एक शख्स के शरीर में रोजाना 21 सिगरेट के बराबर धुआं जाता है। चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंस में मौजूद इंस्टीट्यूट ऑफ अर्थ एनवॉयर्नमेंट के साइंटिस्ट इस टॉवर का टेस्ट कर रहे हैं।
रिसर्च के हेड काओ जुंजी का दावा है कि जब से इस टॉवर को लगाया गया है कि यह करीब एक करोड़ क्युबिक मीटर हवा को साफ कर चुका है। यह ग्रीन हाउसेज के जरिए काम करता है, जो इसके बेस में फुटबॉल के मैदान से करीब आधे के बराबर एरिया में बने हैं। यह टॉवर दिन में बगैर बिजली के काम करता है।