इस्लामाबाद। आर्थिक संकट के कारण डूबते पाकिस्तान को चीन ने एक बार फिर सहारा दिया है। बुधवार को इस बारे में पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने जानकारी दी, हालांकि चीन ने दी गई मदद पर साफ तौर पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल में आर्थिक पैकेज मांगने के इरादे से चीन की यात्रा की थी।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री असद उमर ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चीन ने सहायता पैकेज के जरिए देश की वित्तीय समस्या को दूर करने में उच्चस्तरीय मदद करने का वादा किया है। असद उमर इमरान खान के साथ चीन गए प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।
चीन ने पाकिस्तान को आर्थिक बदहाली से उबरने के लिए की जा रही हालिया मदद की राशि बताने से बुधवार को एक बार फिर से मना कर दिया। हालांकि हाल ही में चीन की यात्रा से लौटे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीन के शीर्ष नेताओं के साथ हुई बातचीत को बेहद सफल करार दिया था।
इमरान खान दो नवंबर से पांच नवंबर की चीन यात्रा के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री ली क्विंग से मिले थे। खान की यह यात्रा पाकिस्तान को आर्थिक संकट से उबरने में मदद की मांग करने के लिए थी।
उमर ने कहा, 'हमने बताया था कि पाकिस्तान को करीब 12 अरब डॉलर की मदद की जरूरत थी, जिनमें से 6 हमें सऊदी अरब दे रहा है, बाकी चीन लोन के रूप में देने को सहमत हो गया है। मैं साफ करना चाहता हूं कि इस मदद से पाकस्तान का नकदी संकट खत्म हो गया है।' इमरान के साथ विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी चीन गए थे। उन्होंने भी बताया कि चीन के द्वारा जताई गई प्रतिबद्धता के बाद पाकिस्तान के भुगतान संतुलन का मुद्दा प्रभावी तरीके से सुलझ गया है।
दूसरी तरफ चीनी विदेश मंत्री ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'पाकिस्तान चीन का सदाबहार पार्टनर है। दोनों के रिश्ते काफी अच्छे हैं। हम अपनी तरफ से हरसंभव मदद पाकिस्तान को देंगे। अगर आने वाले वक्त में भी पाकिस्तान को जरूरत हुई तो आर्थिक और बाकी मोर्चों पर हम उसके साथ हैं।'
इससे पहले इमरान खान की सउदी अरब की यात्रा के बाद खाड़ी देश ने पाकिस्तान को छह अरब डॉलर की मदद की घोषणा की थी। पाकिस्तान से आ रही शुरुआती खबरों में कहा जा रहा था कि चीन ने भी इतनी ही राशि की मदद का भरोसा दिया है। (एजेंसी)