मनीला। दक्षिण चीन सागर को लेकर चीन का रुख उस समय नरम पड़ता दिखाई दिया जब चीन और फिलीपींस दक्षिण चीन सागर विवाद मामले में बल प्रयोग किए बिना अपने मतभेद सुलझाने पर सहमत हो गए हैं।
चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग की फिलीपींस यात्रा के अंत में जारी साझा वक्तव्य में कहा गया है कि चीन और फिलीपींस दक्षिण चीन सागर विवाद मामले में बल प्रयोग किए बिना आपसी मतभेद सुलझाएंगे। दक्षिण चीन सागर को लेकर चीन और फिलीपींस की लंबे समय से तनातनी चल रही थी लेकिन फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते के कार्यकाल में दोनों देशों के संबंध काफी सुधरे हैं।
मलेशिया, ताईवान, वियतनाम, ब्रुनेई और फिलीपींस दक्षिण चीन सागर के कुछ हिस्सों पर दावा करते रहे हैं। चीन
भी इस जलमार्ग के बड़े हिस्से पर अपना दावा करता है। चीन यहां आक्रामक रूप से कृत्रिम द्वीपों का निर्माण और सैनिक तैनात कर रहा है।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ने कहा है कि साझा बयान में चीन और फिलीपींस ने दक्षिण चीन सागर में शांति, नौ परिवहन और उड़ान भरने की स्वतंत्रता को स्वीकार किया है। संप्रभु देशों के बीच हिंसा और धमकियों का कोई स्थान नहीं होना चाहिए और विवाद को वार्ता के जरिए हल किया जाना चाहिए। बयान में कहा गया कि दोनों देश यह मानते हैं कि उनके संबंध समुद्री विवाद से आगे भी हैं।
आसियान शिखर सम्मेलन में दुतेर्ते ने एक अन्य बयान में दक्षिण चीन सागर मसले में तथा आसियान देशों और चीन के साथ संबंध सुधारने की बात कही। (भाषा)