Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

चीन की गतिविधियां खड़ी कर सकती है एकाकीपन की बड़ी दीवार

हमें फॉलो करें चीन की गतिविधियां खड़ी कर सकती है एकाकीपन की बड़ी दीवार
, शनिवार, 28 मई 2016 (18:21 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिकी रक्षामंत्री एश्टन कार्टर ने कहा है कि विवादित दक्षिण चीन सागर में चीन का सैन्य विस्तार क्षेत्र की समृद्धि के लिए जोखिम पैदा कर रहा है तथा उसकी गतिविधियां उसी के लिए स्व एकाकीपन की बड़ी दीवार खड़ी कर सकती हैं।
 
कार्टर ने शुक्रवार को मैरीलैंड में नेवल एकेडमी में एक कार्यक्रम में कहा कि चीन मुक्त व्यापार और स्वतंत्र इंटरनेट के सभी लाभ चाहता है और उनका लुत्फ उठाता है, लेकिन कई बार दोनों को सीमित भी करता है।
 
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर सागर में, साइबर स्पेस में, अर्थव्यवस्था में और अन्यत्र चीन ने उन सिद्धांतों और प्रणालियों से लाभ उठाया है जिन्हें स्थापित करने और बरकरार रखने के लिए अन्य ने काम किया है।
 
कार्टर ने कहा कि लेकिन उन सिद्धांतों और प्रणालियों को कायम रखने में मदद करने की जगह, जिन्होंने बहुत अच्छी तरह और बहुत लंबे समय से हम सबकी सेवा की है और इसके अलावा चीन सार्वजनिक तौर पर सहयोग के बारे में जो कुछ कहता है उनकी दिशा में काम करने की बजाय वह उन सिद्धांतों को महत्व न देकर अपने खुद के नियमों से चलता है।
 
उन्होंने कहा कि इसका परिणाम यह है कि चीन की कार्रवाइयां उसके खुद के लिए 'एकाकीपन की बड़ी दीवार' खड़ी कर सकती हैं क्योंकि क्षेत्र के देश, सहयोगी, साझेदार और किसी भी एक देश के प्रति प्रतिबद्धता नहीं रखने वाले देश सार्वजनिक और निजी तौर पर उच्चतम स्तर पर आवाज उठा रहे हैं।
 
कार्टर ने कहा कि विवादित दक्षिण चीन सागर में और अन्यत्र, क्षेत्र की समृद्धि के लिए जोखिम बढ़ रहा है।
 
अमेरिकी रक्षामंत्री ने कहा कि चीन ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों के विपरीत अत्यधिक समुद्री अधिकार दावे करते हुए दक्षिण चीन सागर में कुछ विस्तारकारी और अभूतपूर्व कार्रवाइयां की हैं। विवादित क्षेत्र में कृत्रिम द्वीपों का निर्माण करना और फिर सैन्यीकरण अन्य सभी देशों द्वारा किए गए इस तरह के प्रयासों से कहीं आगे जाकर किया गया है।
 
उन्होंने कहा कि और जब संबंधित क्षेत्र के नजदीक अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार अन्य विमान, जहाज या मछुआरों की गतिविधियां होती हैं तो चीन उनमें से कुछ को वापस मोड़ने की कोशिश करता है। चीन लगभग समूचे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है। फिलीपीन, वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान चीन के दावों का मजबूती से विरोध करते हैं।
 
कार्टर ने कहा कि अमेरिका नौवहन, क्षेत्र के ऊपर विमानों की उड़ान, वाणिज्य के मुक्त प्रवाह और कानूनी माध्यम से विवादों के शांतिपूर्ण समाधानों जैसे मुख्य सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए साझेदारों के साथ खड़ा रहने को कटिबद्ध है। (भाषा)
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

मलेशिया में इस्लामिक कानून पर बवाल