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परंपरा से ज्यादा पर्यटन को पसंद कर रहे हैं चीनी

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बीजिंग। चंद्र नववर्ष के मौके पर जहां लाखों चीनी अपने पैतृक घरों को लौटने के लिए विमानों, ट्रेनों और अन्य वाहनों में बैठ रहे हैं, वहीं झांग हाउ नए साल के जश्न के लिए ज्यादा से ज्यादा दूर जाने की कोशिश कर रहे हैं।
 
झांग ने बताया, 'मैंने इस साल विदेश जाने का फैसला किया क्योंकि मेरे माता-पिता मुझपर शादी के लिए दबाव डाल रहे हैं।' बीजिंग में एक डिजाइनर के तौर पर काम करने वाले झांग ने देश के उत्तर में स्थित बेहद ठंडे शहर हारबिन तक की 1200 किलोमीटर की दूरी तय करने के बजाय छह फरवरी को थाईलैंड की यात्रा की बुकिंग कराई है।
 
इस पर उन्होंने 20 हजार यूआन (3000 डॉलर) खर्च किए हैं। यह बुकिंग उस दिन से एक दिन पहले की है, जिस दिन के लिए चीनी परंपराएं कहती हैं कि उस दिन उसे अपने माता-पिता के साथ होना चाहिए।
 
इस उत्सव का महत्व पश्चिमी देशों में मनाए जाने वाले क्रिसमस जितना ही है। इस दौरान दूर-दराज क्षेत्रों में रहने वाले लोग अपने परिवार के पास लौटकर आते हैं, उनके साथ जश्न मनाते हैं और भोजन करते हैं। परंपराएं कहती हैं कि उन्हें नए साल की पूर्व संध्या की मध्यरात्रि तक घर आ जाना चाहिए।
 
लेकिन बढ़ती अलग पहचान और आर्थिक आत्मनिर्भरता के चलते ज्यादा से ज्यादा चीनी लोग परंपराओं से परे जा रहे हैं। ऐसे में पर्यटन और यात्रा को बढ़ावा मिल रहा है।
 
झांग ने कहा, विदेश जाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा कि ये लोग अधिकतर उस पीढ़ी के हैं, जो 90 के दशक में पले-बढ़े। ये लोग इसलिए जा रहे हैं, क्योंकि बड़े होने के दौरान हर समय ये अपने माता-पिता के ही साथ थे।
 
ट्रैवल प्लानिंग और बुकिंग की चीनी वेबसाइट मैफेनग्वो की ओर से कराए गए उपभोक्ता सर्वेक्षण के अनुसार, वह अकेला नहीं है। 30 प्रतिशत से ज्यादा चीनी लोग छुट्टियों पर एक ब्रेक लेना चाहते हैं। इस उत्सव का नाम स्प्रिंग फेस्टिवल है। ये लोग ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि ये अपने रिश्तेदारों से दूर जाना चाहते हैं। या फिर इन्हें लगता है कि नया साल घर पर बिताना उबाउ हो चला है। (भाषा)

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