बीजिंग। चीन ने अमेरिका पर अपने जल क्षेत्र में घुसने का आरोप लगाते हुए अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने की चेतावनी दी है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा कि नौसैनिक पोत यूएसएस हूपर 17 जनवरी को चीन की इजाजत के बगैर हुयांगयान दाओ के 12 समुद्री मील अंदर तक पहुंच गया था। दक्षिण चीन सागर में स्थित हुयांगयान दाओ को स्कारबॉरो शोअल भी कहते हैं। इस पर बीजिंग और अन्य देश दावा करते रहे हैं।
लू कांग ने कहा कि नौसैनिक पोत यूएसएस हूपर 17 जनवरी को चीन की इजाजत के बगैर हुयांगयान दाओ के 12 समुद्री मील अंदर तक पहुंच गया था। चीन की नौसेना ने नियमानुसार पहचान और सत्यापन की प्रक्रिया के बाद अमेरिकी पोत को वहां से जाने को कहा।
लू ने कहा कि चीन इससे बहुत अधिक असंतुष्ट है और अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएगा। हुयांगयान दाओ और इसके आसपास के जलसीमा क्षेत्रों को लेकर चीन की निर्विवाद संप्रभुता है।
उन्होंने कहा कि चीन हमेशा दक्षिण चीन सागर में नौवहन और उसके ऊपर उडान भरने की स्वतंत्रता का सम्मान करता है और सभी देश अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति आबद्ध हैं। लेकिन यदि किसी देश द्वारा इस स्वतंत्रता का इस्तेमाल चीन की संप्रभुता और सुरक्षा हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जायेगा तो हम इसका कड़ा विरोध करेंगे।
लू ने कहा कि हम अमेरिका से तत्काल अपनी गलती ठीक करने और इस तरह के उकसाने वाले कदम रोकने का आग्रह करते है ताकि चीन-अमेरिका संबंध खराब न हो और क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता बनीं रही।
इस बीच चीनी रक्षा मंत्रालय ने अमेरिका से चीजों को ज्यादा बढ़ा चढ़ाकर पेश नहीं करने के लिए कहा। मंत्रालय ने कहा कि दक्षिण चीन सागर (एससीएस) के आसपास स्थिति अधिक स्थिर और सकारात्मक है।
अमेरिका के मिसाइल नष्ट करने वाले एक पोत के दक्षिण चीन सागर में एक विवादित क्षेत्र में पहुंचने के बाद चीन की ओर से यह बयान आया है। (वार्ता)