ताइपे। ताईवान और चीन के मध्य बढ़ते तनाव के चीन का इकलौता विमानवाहक ताईवान स्ट्रेट में प्रवेश कर गया। द्वीप के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय के मुताबिक चीनी विमानवाहक लायोनिंग ताईवान के जलक्षेत्र में तो नहीं घुसा लेकिन उस इलाके में प्रवेश कर गया, जो यहां के वायु रक्षा जोन के तहत आता है।
चीन की इस कार्रवाई को उसके शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। ताईवान के मीडिया के मुताबिक द्वीप की सेना ने मंगलवार रात चीन के विमानवाहक पर नजर रखने के लिए एफ-16 लड़ाकू जेट और अन्य विमान भेजे।
रक्षा मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा कि सेना पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है और जरूरत पड़ने पर कोई कदम उठाएगी। हम ताईवान के लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे परेशान न हों। दरअसल बीजिंग के विरोध के बावजूद ताईवान के राष्ट्रपति साई इंग वेन सप्ताहांत पर अमेरिका के दौरे पर गए थे।
चीन ताईवान को अपना ही हिस्सा मानता है और उस पर आधिपत्य जमाना चाहता है। साई और डोनाल्ड ट्रंप के बीच पिछले महीने हुई बातचीत से सुलगे चीन ने द्वीप के नजदीक सैन्य गतिविधियां बढ़ा दीं।
अमेरिका और ताईवान के बीच आधिकारिक संबंध नहीं हैं लेकिन अमेरिका ताईवान का सबसे शक्तिशाली सहयोगी और हथियारों का प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। लायोनिंग प्रशांत क्षेत्र में पहला अभ्यास कर रहा है और पिछले महीने ताईवान के दक्षिण इलाके से गुजर चुका है। स्थानीय समयानुसार चीनी विमानवाहक लायोनिंग बुधवार सुबह 7 बजे ताईवान के वायु रक्षा अभिनिर्धारण जोन में घुसा। (भाषा)