प्योंगचांग। दक्षिण कोरिया के प्योंगचांग में शीतकालीन ओलंपिक खेलों के उद्घाटन के मौके पर कम्प्यूटर प्रणालियों पर खेलों के आयोजकों ने साइबर हमले की पुष्टि की है।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के प्रवक्ता मार्क एडम्स ने रविवार को बताया कि खेलों का सुरक्षित संचालन ही हमारा मकसद है और खेलों से जुड़े सिस्टम्स, इंटरनेट और टेलीविजन सेवाएं 2 दिन पहले हैकर्स से प्रभावित हुई थीं लेकिन इनका किसी भी प्रणाली पर कोई खास असर नहीं पड़ा है।
उन्होंने बताया कि हम इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं करने जा रहे हैं और इससे निपटा जा रहा है तथा हम अपनी प्रणालियों को और अधिक सुरक्षित बनाने जा रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि इन हमलों के पीछे किसका हाथ है? तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में निश्चित तौर पर कुछ भी पता नहीं है लेकिन अंतरराष्ट्रीय प्रकिया यही कहती है कि ऐसे किसी भी हमले के बारे में बात नहीं की जानी चाहिए।
प्योंगचांग संचालन समिति के प्रवक्ता सुंग बाई यो ने बताया कि हमले से जुड़े सभी मामलों को सुलझा लिया गया है और सभी सिस्टम्स रिकवर कर लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हम इस समस्या का कारण नहीं जानते हैं लेकिन इस तरह की घटनाएं अक्सर खेलों के दौरान होती ही हैं और हमने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक खेल समिति के साथ मिलकर यही निश्चय किया है कि इस बारे में कोई भी खुलासा नहीं किया जाए।
गौरतलब है कि डोपिंग विवाद के चलते रूस को इन खेलों में कुछ दिन पहले ही हिस्सा लेने से मना कर दिया गया था। कुछ एजेंसियां यह भी मान रही हैं कि इन खेलों में खलल डालने में रूसी हैकर्स का भी हाथ हो सकता है लेकिन इस बारे में कोई भी पुष्टि नहीं हो सकी है और इन्हें निराधार बताया जा रहा है। (वार्ता)