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बम विस्फोटों के बाद क्लिंटन और ट्रंप का एक-दूसरे पर तीखा प्रहार

हमें फॉलो करें बम विस्फोटों के बाद क्लिंटन और ट्रंप का एक-दूसरे पर तीखा प्रहार
फिलाडेल्फिया , मंगलवार, 20 सितम्बर 2016 (14:50 IST)
फिलाडेल्फिया। अमेरिका के न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी में बम विस्फोट की घटना के बाद राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन और रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप ने एक-दूसरे पर तीखे प्रहार किए। क्लिंटन ने ट्रंप पर इस्लामिक स्टेट की भर्तियों में मदद देने का आरोप लगाया जबकि ट्रंप ने अपनी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंदी पर राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने में मदद करने का आरोप लगाया। दोनों उम्मीदवार अमेरिका में सप्ताहंत हुए हमले का इस्तेमाल राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर अपनी विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए कर रहे हैं।
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार ने कहा था कि आतंकवाद के खिलाफ शब्दाडम्बर के जरिए ट्रंप इस्लामिक स्टेट को  और लड़ाके भर्ती करने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने न्यूयॉर्क में कहा कि हम जानते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप से जितने भाषण सुने हैं उसका इस्तेमाल आईएस के आतंकवादी कर रहे हैं, क्योंकि वे इसे जिहादियों के खिलाफ युद्ध की बजाय इस्लाम के खिलाफ युद्ध में बदलने की ओर देख रहे हैं।
 
इस पर पलटवार करते हुए ट्रंप ने कहा कि क्लिंटन को हिंसा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए, क्योंकि जब वे वर्ष 2009 से 2013 तक विदेश मंत्री थीं तो वे राष्ट्रपति बराक ओबामा को अमेरिकी सेना के बाकी दल को इराक में तैनात रखने के लिए नहीं मना सकी। गौरतलब है कि ओबामा और इराक सरकार वर्ष 2011 के अंत में अमेरिकी-इराक सैन्य सहयोग को लेकर समझौते पर पहुंचने में नाकाम रहे और ज्यादातर अमेरिकी सैनिकों को वहां से वापस बुला लिया गया।
 
क्लिंटन ने कल फिलाडेल्फिया में अपने भाषण में चौकसी बरतने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "तेजी से बदल रही स्थिति एक गंभीर चेतावनी है कि इस खतरनाक दुनिया में हमें एक गंभीर नेतृत्व की जरूरत है। दूसरी ओर ट्रंप ने सरकार की एक रिपोर्ट पर हमला बोलते हुए कहा कि 858 शरणार्थियों को गलत रूप से अमेरिका की नागरिकता दे दी गई जबकि वे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट दिखाती है कि अमेरिका आने वाले लोगों पर कड़े नियंत्रण की जरूरत है।
 
ट्रंप अपने चुनाव प्रचार के दौरान यह कहते रहे हैं कि अमेरिका अब सुरक्षित नहीं रहा और वे अकेले ही देश की सुरक्षा कर सकते हैं। रिपब्लिकन प्रत्याशी ने फॉक्स न्यूज को कहा कि उन्हें और हमले की उम्मीद है। ट्रंप ने कहा कि मुझे लगता है कि यह ऐसा है जो शायद और ज्यादा होगा तथा देशभर में होगा।

विश्व के नेताओं से मिले : अमेरिका के न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी में हुये बम विस्फोटों के बाद राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवार  हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रंप ने यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा अधिवेशन के इतर विश्व के कई नेताओं से मुलाकात की।
    
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार क्लिंटन ने यहां जापान के प्रधानमंत्री शिंजाे आबे, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी और यूक्रेन के राष्ट्रपति पेत्रो पोरोशेंको से मुलाकत की। श्रीमती क्लिंटन और श्री सीसी की मुलाकात के बाद ट्रंप ने भी श्री सीसी से मुलाकात की। अमेरिका के दोनों नेताओं ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से निपटने के लिये मिस्र के साथ अधिक निकटता के साथ काम करने पर सहमति जतायी। 
 
राष्ट्रपति पद के दोनों नेताओं की दुनिया के नेताओं से मुलाकात में सुरक्षा मुख्य मुद्दा रहा। क्लिंटन और आबे ने उत्तर कोरिया से खतरे के साथ-साथ दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ रहे दबदबे के बारे में चर्चा की। पोरोशेंको के साथ मुलाकात में क्लिंटन ने कहा कि यूक्रेन रूसी आक्रामकता के कारण मुश्किल दौर से गुजर रहा है। पोरोशेंको और क्लिंटन की मुलाकात को इसलिये भी अहम माना जा रहा है क्योंकि पिछले दिनों ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तारीफ की थी। (वार्ता) 

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