वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि यह कहानी डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों ने गढ़ी है कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में रूस के दखल से उन्हें जीत हासिल करने में मदद मिली।
एफबीआई निदेशक जेम्स कोमी को पद से हटाए जाने के बाद दिए साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी अटॉर्नी जेफ सेशंस और डिप्टी अटॉर्नी की सिफारिश से पहले ही उन्होंने कोमी को हटाने के बारे में अपना मन बना लिया था।
ट्रंप ने एनबीसी को दिए साक्षात्कार में कहा कि मैं सिफारिश के बिना भी कोमी को पद से हटाने जा रहा था। डिप्टी अटॉर्नी जनरल ने इसके लिए सिफारिश की थी। उन्होंने कहा कि रूस के साथ उनके संबंध की कहानी को गढ़ा गया है।
ट्रंप ने कहा कि चुनाव में हार के बाद डेमोक्रेट की तरफ से दिया गया यह एक बहाना है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कोमी को इसलिए हटाया, क्योंकि वे चाहते थे कि कोई समर्थ व्यक्ति एफबीआई को चलाए।
उन्होंने कहा कि मैं किसी योग्य व्यक्ति को चाहता था। मैं एफबीआई का बड़ा प्रशंसक हूं और मैं एफबीआई से प्यार करता हूं और वे चाहते हैं कि जांच सुचारु रूप से हो। उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि वे (कोमी) इस पद के लिए सही व्यक्ति नहीं हैं।
ट्रंप ने कहा कि कोमी उनके साथ रात्रिभोज करना चाहते थे, क्योंकि वे पद पर बने रहना चाहते थे। व्हाइट हाउस में हमारा रात्रिभोज काफी अच्छा रहा। मेरा सोचना है कि रात्रिभोज के लिए उन्होंने ही पूछा था। वे एफबीआई प्रमुख के पद पर बने रहना चाहते थे। मैंने कहा था कि इस पर विचार किया जाएगा, हम देखेंगे कि क्या होता है?
उन्होंने कहा कि हमारा रात्रिभोज काफी अच्छा रहा और उसी समय उन्होंने मुझे बताया कि मैं जांच के दायरे में नहीं हूं। वैसे भी मुझे यह बात पता थी। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने एक बार रात्रिभोज में और इसके बाद दो बार फोन पर यह बात कही।
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने एफबीआई से पिछले साल हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल के आरोपों की जांच को बंद करने को कभी नहीं कहा था। उन्होंने कहा कि मैंने कोमी से पूछा था कि अगर संभव हुआ तो क्या वे बताएंगे कि वे जांच के दायरे में हैं या नहीं?
उन्होंने मुझे कहा था कि मैं जांच के दायरे में नहीं हूं। उन्होंने कहा कि अगर रूस का हमारे चुनाव से कुछ भी लेना-देना है तो मैं उसके बारे में जानना चाहता हूं। अगर रूस या कोई अन्य हमारे चुनाव में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहा है तो यह भयभीत करने वाला है। मैं इसकी जड़ तक पहुंचना चाहता हूं। अगर ऐसा हुआ है तो मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि आगे फिर कभी ऐसा नहीं होगा।
राष्ट्रपति ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि वे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आग्रह पर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मिले थे। (भाषा)