ब्रसेल्स। यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि अगर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते से अपने देश को बाहर रखने का फैसला लेते हैं तो यह ‘यूरोप का कर्तव्य' है कि वह अमेरिका के सामने खड़ा रहे। जीन क्लॉड जंकर ने कहा कि अमेरिकी इस समझौते से बाहर नहीं रह सकते। इस समझौते से हाथ खींचने में तीन से चार साल लगेंगे।
अमेरिकी प्रशासन पर निशाना साधते हुए जंकर ने एक कार्यक्रम में कहा कि अंतरराष्ट्रीय समझौतों में लिखी हर बात फर्जी खबर नहीं होती। अगर अमेरिकी राष्ट्रपति पेरिस समझौते से बाहर होते हैं और वे आने वाले दिनों या घंटे में ऐसा करेंगे तो यह यूरोप का कर्तव्य है कि वह बताए कि ऐसा नहीं चल सकता।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने इससे पहले कहा था कि ट्रंप पेरिस समझौते से बाहर होने की योजना बना रहे हैं हालांकि इस पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया। ट्रंप ने बुधवार को कहा था कि पेरिस जलवायु समझौते को छोड़ना अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए जीत होगी।
इस बीच यूरोपीय संघ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अमेरिका के इस समझौते से बाहर होने की परवाह किए बिना यूरोपीय संघ और चीन पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते पर इस सप्ताह अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करेंगे। मेड्रिड में भारत और स्पेन ने जलवायु परिवर्तन से लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता जताई और क्योटो तथा पेरिस समझौते को लागू करने के लिए सहयोग देने पर जोर दिया। (भाषा)