वॉशिंगटन/ मनीला। राष्ट्रपति डोनाल्ड्र ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि दुनिया के दो महान लोकतंत्रिक देश अमेरिका तथा भारत के पास दुनिया की सबसे अच्छी सेनाएं भी होनी चाहिए। पूर्वी एशिया की यात्रा के दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रणनीतिक भागीदारी और मुक्त तथा खुला हिंद-प्रशांत क्षेत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं पर चर्चा की।
फिलीपीन की राजधानी मनीला में आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं ने कल अलग से बैठक की। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने अमेरिका तथा भारत के बीच व्यापक रणनीतिक भागीदारी पर चर्चा की। साथ ही दोनों ने मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं पर भी विचार-विमर्श किया।
इसमें कहा गया है, दोनों नेताओं ने प्रतिरक्षा के क्षेत्र में बड़े भागीदार के रूप में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने का संकल्प जताया और कहा कि दुनिया के दोनों महान लोकतांत्रिक देशों के पास दुनिया की सबसे अच्छी सेनाएं होनी चाहिए।
राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत के अमेरिका से तेल खरीदने को लेकर सराहना की और भरोसा जताया कि मजबूत ऊर्जा सहयोग भू-राजनीतिक तथा आर्थिक रूप से पासा पलटने वाला साबित होगा। भारत ने अमेरिका से तेल की खरीद की है, जो एक करोड़ बैरल को पार कर गया है। अमेरिका से कच्चे तेल की पहली खेप अक्टूबर में भारत पहुंची और भारतीय पेट्रोलियम कंपनियों की अगले एक साल में दो अरब डॉलर मूल्य का कच्चा तेल खरीदने की योजना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आगामी वैश्विक उद्यमिता सम्मेलन में अमेरिकी प्रतिनिधियों की मेजबानी को लेकर उनका नजरिया बेहद सकारात्मक है। इस सम्मेलन में दोनों देशों के बीच नवप्रवर्तन और सहयोग को दिखाया जाएगा। भारत और अमेरिका हैदराबाद में होने वाले उद्यमिता सम्मेलन की मेजबानी करेंगे। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई ट्रंप की बेटी इवान्का करेंगी, जो उनकी वरिष्ठ सलाहकार भी हैं।
भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों की बैठक के बाद ट्रम्प और मोदी की कल बातचीत हुई। इससे पहले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को मुक्त और खुला रखने को लेकर चतुष्कोणीय गठबंधन को आकार देने के लिए चारों देशों के अधिकारियों की बैठक हुई है। (भाषा)