अदन। इस्लामिक स्टेट समूह के प्रशिक्षण शिविरों पर अमेरिकी सेना के हवाई हमले में आईएस के दर्जनों लड़ाके मारे गए हैं। चश्मदीदों ने बताया कि आदिवासी नेताओं ने और हमलों के डर से ग्रामीणों को उस इलाके में जाने से रोक दिया था।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों शिविर बायदा प्रांत में स्थित है जिनके नाम आईएस के कुख्यात, यमन प्रमुख अबू बिलाल अल-हर्बी और पूर्व वैश्विक प्रवक्ता अबू मोहम्मद अल-अदानी के नाम पर रखे गए थे, जो पिछली गर्मी में अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए थे।
यह पहली बार है जब यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार के सहयोगियों ने आईएस के गढ में छापेमारे की घोषणा की है।
क्षेत्र में अमेरिकी बलों पर नजर रखने वाले, अमेरिकी सेंट्रल कमान ने अपने एक बयान में कहा, 'अमेरिकी बलों ने यमन के अल-बायदा में आईएसआईएस के दो प्रशिक्षण शिविरों पर हमला कर उसके दर्जनों सदस्य मार गिराए...जिससे उनका नए लड़ाके तैयार करने का प्रयास नाकाम हो गया।'
उन्होंने कहा, 'आईएसआईएस शिविरों का इस्तेमाल आतंकवादियों को एके-47, मशीन गन, रॉकेट चालित ग्रेनेड लॉन्चर से आतंकी हमले करने और धैर्य रखने का प्रशिक्षण देने के लिए करता था।' (भाषा)