स्टॉकहोम। अमेरिका के दिग्गज 72 वर्षीय अर्थशास्त्री रिचर्ड एच. थेलर को साल 2017 के लिए अर्थशास्त्र का नोबल पुरस्कार देने की घोषणा। अमेरिकी अर्थशास्त्री रिचर्ड थेलर को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार देने की सोमवार को घोषणा कर दी गई। उन्हें यह पुरस्कार अर्थशास्त्र और मनोविज्ञान के अंतर को पाटने पर किए गए उनके काम के लिए दिया गया है।
दिलचस्प बात यह है कि इस साल के अर्थशास्त्र के नोबेल की रेस में भारत की ओर से आरबीआई के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन भी शामिल थे लेकिन आखिरी मौके पर वह चूक गए। राजन और थेलर के अलावा अन्य 4 लोग भी इस रेस शामिल थे।
12 सितंबर, 1945 को जन्मे अमेरिकी अर्थशास्त्री थेलर शिकागो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। वो अर्थशास्त्र में कई प्रसिद्ध किताब लिख चुके हैं। नोबेल पुरस्कार के निर्णायक मंडल ने एक बयान में कहा कि थेलर का अध्ययन बताता है कि किस प्रकार सीमित तर्कसंगता, सामाजिक वरीयता और स्व-नियंत्रण की कमी जैसे मानवीय लक्षण किसी व्यक्ति के निर्णय को प्रक्रियागत तौर पर प्रभावित करते हैं और इससे बाजार के लक्षण पर भी प्रभाव पड़ता है।
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भी इस साल अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार पाने के संभावित दावेदारों में शामिल थे। वॉल स्ट्रीट जनरल के एक समाचार के अनुसार क्लेरीवेट एनालिटिक्स द्वारा तैयार संभावित छह उम्मीदवारों की सूची में राजन का नाम भी था।