माले। मालदीव के लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित पहले राष्ट्रपति तथा संसद के मौजूदा अध्यक्ष मोहम्मद नशीद गुरुवार को अपने घर के निकट हुए एक धमाके में घायल हो गए और राजधानी के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
पुलिस की मीडिया इकाई ने लिखित संदेश में अधिक जानकारी नहीं दी, लेकिन बताया कि उसने मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही उसने लोगों से राजधानी माले में धमाके वाले क्षेत्र में जाने से परहेज करने का अनुरोध किया है।
नशीद (53) 30 साल के एकतंत्र शासन के बाद पहली बार लोकतांत्रिक रूप से राष्ट्रपति चुने गए थे। वे 2008 से 2012 तक मालदीव के राष्ट्रपति थे।
भारत ने जताई चिंता : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मालदीव की संसद के अध्यक्ष मोहम्मद नशीद पर हुए हमले को लेकर गुरुवार को गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि वह जानते हैं कि नशीद कभी नहीं 'डरेंगे'। फिलहाल लंदन की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे जयशंकर ने ट्वीट किया, स्पीकर मोहम्मद नशीद पर हुए हमले को लेकर चिंतित हूं। उनके जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। जानता हूं कि वे कभी नहीं डरेंगे।
मालदीव में सत्तारूढ़ दल मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) ने कहा कि देश के पूर्व राष्ट्रपति नशीद के घर के बाहर हुए विस्फोट के पीछे की मंशा उनकी जान लेने की थी। एमडीपी के अध्यक्ष हुसैन लतीफ ने कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि यह 'स्पीकर नशीद को जान से मारने के लिए किया गया आतंकवादी हमला था।' सन ऑनलाइन की खबर के अनुसार, उनको कितनी चोट लगी, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।(भाषा)