इस्लामाबाद। पाकिस्तान को 8 एफ-16 विमानों की बिक्री को कांग्रेस द्वारा रोके जाने के फैसले को लेकर पैदा हुए विवाद के चलते अमेरिका के साथ पाक के संबंधों पर असर पड़ा है। विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने यह बात कही है।
सीनेट के समक्ष अजीज ने स्पष्ट शब्दों में स्वीकार किया कि एफ-16 को लेकर पाकिस्तान और अमेरिका के संबंध पिछले 3 महीनों में दबाव में रहे हैं लेकिन दोनों पक्ष इसे सुलझाने के लिए काम कर रहे हैं।
एफ-16 विमानों की बिक्री पर प्रस्तावित सब्सिडी को वापस लेने के अमेरिकी फैसले पर बहस के दौरान गुरुवार को अजीज ने कहा कि पिछले 3 महीनों में ऊपर की ओर बढ़ रहे रिश्तों में गिरावट का दौर देखा गया है, जो कि 8 एफ-16 विमानों की आंशिक फंडिंग को रोकने के अमेरिकी कांग्रेस के फैसले में झलकता है। अजीज ने अपने भाषण के दौरान कम से कम 3 बार 'इंडिया फैक्टर' का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि भारतीय लॉबी अमेरिकी फैसले को पलटवाने के लिए अनथक प्रयासों में लगी है और सीनेटर रैंड पाल के प्रस्ताव के जरिए इसकी बिक्री को ही रुकवाने का प्रयास किया गया।
अजीज ने कहा कि लेकिन हमने पाकिस्तान को एफ-16 की बिक्री पर भारत की आपत्तियों को मजबूती से नकार दिया है और अमेरिकी रक्षामंत्री की हालिया भारत यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच हुए विभिन्न रक्षा सौदों की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया है। हमने दक्षिण एशिया में सामरिक स्थिरता बनाए रखने के महत्व पर भी जोर दिया है।
अजीज ने गुरुवार को अपने इस संबोधन के दौरान यह बात भी कही कि भारत पठानकोट हमले को अमेरिका में पाकिस्तान के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है। अमेरिका में भारतीय लॉबी भी काफी सक्रियता से आग में घी डालने का काम कर रही है, खासतौर से 1 जनवरी 2016 के पठानकोट हमले के बाद से।
अजीज ने कहा कि विकीलीक्स खुलासे, रेमंड डेविस और एबटाबाद ऑपरेशन जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के कारण अमेरिका और पाकिस्तान के संबंध वर्ष 2011 में ठहर गए थे।
शीर्ष राजनयिक ने कहा कि लेकिन वर्ष 2013 के बाद से अमेरिका के साथ पाकिस्तान के संबंधों में गति आई थी और पाकिस्तान विभिन्न मुद्दों पर मतभेदों को सुलझाने तथा कई स्तरों पर संबंधों को सुधारने के लिए काम कर रहा है।
अजीज ने अफगानिस्तान में स्थिरता लाने के पाकिस्तान के प्रयासों का भी थोड़ा-सा जिक्र किया और कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन और अमेरिका को मिलाकर बनाए गए समूह की बैठक 18 और 19 मई को इस्लामाबाद में होगी। (भाषा)