वाशिंगटन। अमेरिका में कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी सबसे भीषण आग में अब तक 44 लोगों की मौत हो गई है जबकि 228 लोग लापता हैं। आग की विभीषिका से अब तक तीन लाख लोग घर छोड़कर दूसरे शहरों में चले गए हैं। जबकि आग के दायरे में रह रहे एक लाख 40 हजार लोग घर छोड़ने को तैयार हैं।
स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक आग से बच निकलने की कोशिश करते लोग कारों और घरों में ही जलकर खाक हो गए। करीब 27 हजार की आबादी वाला एक कस्बा जलकर खाक हो गया। मृतकों की पहचान के लिए मोबाइल डीएनए लैब और फोरेंसिक एंथ्रोपोलॉजिस्ट की मदद ली जा रही है।
विशेषज्ञों ने बताया कि यहां हर साल जंगल में आग लगती है, पर इतनी विकराल होने की सबसे बड़ी वजह इस मौसम में बारिश का नहीं होना है जिससे जमीन और हवा की नमी सूख गई। जिससे सूखी घास और सूखे पेड़ तेजी से फैली आग में घी का काम कर रही है।
लॉस एंजिल्स अग्निशमन विभाग के प्रमुख के मुताबिक, अगले तीन दिन तक आग बुझाना मुश्किल होगा। उन्होंने बताया कि आग कैंप, पैराडाइज, वूलसे से लेकर लॉस एंजिल्स तक 1400 वर्ग किलोमीटर से ज्यादा दायरे में फैली हुई है। इसकी जद में 57 हजार इमारतें तथा कई पुल आ चुके हैं। करीब 8500 दमकलकर्मी 30 हेलिकॉप्टर आग को काबू करने में लगे हुए हैं।
उन्होंने बताया आग हॉलीवुड हस्तियों के पसंदीदा मालिबू रिजॉर्ट तक भी पहुंच गई है। यहां मौजूद माइली साइरस, जेरार्ड बटलर के घर जल चुके हैं। बुटे कस्बे में 132 साल पुराना लकड़ी का गोल्ड रश-एरा पुल जल कर खाक हो गया है। गवर्नर ने इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की अपील की है।
रिपोर्ट के मुताबिक उत्तरी कैलिफोर्निया की एक लाख 12 हजार एकड़ जमीन आग की चपेट में है जिसमें से केवल 25 प्रतिशत इलाके में दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया है। जबकि कैलिफोर्निया के दक्षिण में भड़की आग रविवार तक 83 हजार एकड़ के इलाके में फैल चुकी थी जिसमें से महज दस फीसदी इलाके में आग पर काबू पाया गया है।