लंदन के ग्रेनफेल टॉवर के पुनरद्धार के दौरान इमारत की बाहरी दीवारों पर चढ़ाई गई अतिरिक्त परत साइडिंग या क्लेडिंग संभवत: ब्रिटेन के इमारतों संबंधी नियमों के तहत प्रतिबंधित है। ब्रिटेन के दो मंत्रियों ने यह कहा है। दूसरी ओर, पुलिस आग लगने की इस घटना के आपराधिक पहलूओं से जांच कर रही है। इस घटना में कम से कम 58 लोग मारे गए थे।
व्यापारिक मंत्री ग्रेग हैंड्स ने कल कहा कि सरकार पूरे ब्रिटेन भर में इसी तरह के लगभग 2,500 टॉवर ब्लॉक्स का तत्काल निरीक्षण करेगी और उनकी सुरक्षा का आकलन करेगी। जबकि विपक्ष के एक सांसद ने सरकार से मांग की है कि आपराधिक जांच के लिए वह ग्रेनफेल पुनरद्धार संबंधी सुरक्षा दस्तावेजों को सहेजे।
कल, मेट्रोपोलिटन पुलिस ने ग्रेनफेल टॉवर के भीतर के तीन फोटो जारी किए थे जिनसे पता चल रहा था कि 24 मंजिला इमारत को आग ने किस बुरी तरह खाक किया है जिसके 120 अपार्टमेंट में कभी 600 लोग रहा करते थे।
विशेषज्ञों का मानना है कि इमारत के बाहरी हिस्से में चढ़ाई गई नई परत में इंस्यूलेशन था जिसकी वजह से आग इमारत में उपर की ओर तथा बाहरी तरफ तेजी से फैली। कुछ का कहना है उन्होंने कभी भी किसी इमारत में इतनी तेजी से आग फैलती नहीं देखी।
हैंड्स ऐंड ट्रेजरी प्रमुख फिलिप हैमंड ने कहा कि बताई गई क्लेडिंग ब्रिटेन के इमारत संबंधी नियमों के मुताबिक नहीं थी। हमें यह पता लगाना होगा कि यह क्लेडिंग किस तरह की थी और इसे किस तरह लगाया गया।
एल्यूमिनियम की दो परतों के बीच इंस्यूलेशन वाली क्लेडिंग को दुनिया के कई हिस्सों में आग लगने की बड़ी घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।