नई दिल्ली। अमेरिकी प्रशासन के आव्रजन प्रणाली में व्यापक बदलाव करने की योजना बनाने के बीच एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि एच-1 बी वीजा नीति में ‘कोई बड़ा बदलाव नहीं’ किया गया हैं और एच-4 वीजा नीति में ‘कुछ नया’ नहीं है।
दिल्ली में अमेरिकी मिशन की उप प्रमुख (डीसीएम) मैरीके एल कार्लसन ने कहा कि कर्मचारी वीजा और कार्य करने की अनुमति देना देश का एक अहम निर्णय है। अमेरिकी मिशन में आज ‘स्टूडेंट वीजा डे’ मनाया गया। इस सामारोह में भारत और अमेरिका के बीच उच्च शिक्षा संबंधों का जश्न मनाया जाता है।
मैरीके ने पत्रकारों से कहा कि ‘एच-1 बी कार्यक्रम में कोई बड़ा बदलाव नही हैं और एच-4 में कुछ नया नहीं है।’अधिकारी ने कहा कि निश्चित तौर पर भारतीयों को कर्मचारी वीजा और कार्य करने की अनुमति देना एक बड़ा निर्णय है।
ट्रंप प्रशासन का ओबामा काल के नियमों को खत्म करने का कदम 70,000 से अधिक एच-4 वीजा धारकों को प्रभावित कर सकता है, जिनके पास कार्य करने की अनुमति है। एच-4 वीजा, एच-1 बी वीजा धारकों के साथियों (पति या पत्नियों) को जारी किया जाता है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पिछले माह कहा था कि सरकार इस तरह के कदम पर ट्रंप प्रशासन से वार्ता करेगी। (भाषा)