Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

हाफिज सईद का खुलासा, कश्मीरी हिंसा की अगुवाई कर रहा था लश्कर कमांडर

हमें फॉलो करें हाफिज सईद का खुलासा, कश्मीरी हिंसा की अगुवाई कर रहा था लश्कर कमांडर
नई दिल्ली , शुक्रवार, 29 जुलाई 2016 (07:43 IST)
मुंबई आतंकी हमलों में मोस्ट वांटेड आतंकी सरगना हाफिज सईद ने कश्मीर में भड़की हिंसा को लेकर बड़ा खुलासा किया है, जिसके चलते वह खुद और पाकिस्तान बेनकाब हो गए हैं। हाफिज ने खुलासा किया है कि कश्मीर में हुए विरोध मार्च की अगुवाई लश्कर का एक कमांडर कर रहा था। हाफिज ने उस शख्स का नाम अमीर बताया है। यह प्रदर्शन पाकिस्तान के समर्थन में कश्मीरियों को एकजुट करने के लिहाज से शुरू किए गए थे।
जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने दावा किया कि लश्कर-ए-तैयबा के एक 'अमीर' (सरगना) ने मुठभेड़ में मारे गए हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के जनाजे का नेतृत्व किया था। आतंकी सईद के इस दावे से कश्मीर घाटी में भारत विरोधी प्रदर्शनों में पाकिस्तानी आतंकी संगठन की भूमिका के भारत के आरोप को बल मिला है।
 
लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक सईद ने कहा, 'बुरहान वानी शहीद हो गया। उसके जनाजे में शामिल होने के लिए लाखों कश्मीरी सड़कों पर उतर आए। क्या आपने उस आदमी को देखा जिसे भीड़ अपने कंधों पर उठा रही थी? क्या आप उस युवक को जानते हैं जो जनाजे का नेतृत्व कर रहा था? क्या आपको पता है कि वह कौन है? वह एलईटी का 'अमीर' है।'
 
जमात सरगना सईद ने लाहौर से करीब 185 किलोमीटर दूर फैसलाबाद में एक रैली में यह बयान दिया। उसने कहा कि एलईटी के 'अमीर' अबु दुजना ने इस महीने की शुरुआत में निकाले गए वानी के जनाजे का नेतृत्व किया। सुरक्षा बलों ने कश्मीर में एक मुठभेड़ में वानी को मार गिराया था। उसने यह दावा भी किया कि कश्मीरी अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी ने फोन कॉल कर उससे मदद मांगी थी।
 
सईद ने कहा, 'आसिया अंद्राबी ने मुझे फोन किया और कहा, 'मेरे पाकिस्तानी भाई कहां हैं? हम मुश्किल में हैं।' उसने कहा, 'मैंने अपने पाकिस्तानी भाइयों से उनके कॉल का जवाब देने को कहा। कश्मीर में एक समूह भेजने का तत्काल फैसला किया गया और तीन दिन के भीतर सारी तैयारियां कर ली गईं। फैसलाबाद से कई लोग कश्मीर गए।'
 
हाफिज ने 26/11 हमलों के बाद पहली बार इस आतंकी संगठन के बारे में सार्वजनिक तौर पर कुछ कहा है। हाफिज हमेशा से ही खुद को लश्कर-ए-तैयबा से अलग बताता था। पाकिस्तान समेत दुनिया भर में लश्कर के बैन होने की वजह से हाफिज सईद हमेशा जमात-उद-दावा को खुद का संगठन बताते हुए खुले तौर पर लश्कर से कनेक्शन होने की बात से इन्कार करता रहा।
 
बीते दो दिनों से पाकिस्तान सरकार ने कश्मीर में भड़की हिंसा को और बढ़ाने की कोशिश की है और इसे नागरिक अधिकारों से जोड़कर फायदा उठाने की भी कोशिश कर रही है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) से संपर्क साधा है तो वहीं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर में मारे गए हिजबुल आतंकी बुरहान वानी को शहीद करार दिया था। कई पाकिस्तानी एनजीओ और मीडिया ने कश्मीर में भड़की हिंसा को भारत के खिलाफ विद्रोह की तरह पेश करते हुए इसे पाकिस्तान में शामिल होने की आवाज बताने से भी गुरेज नहीं किया है।
 
बुधवार को पाकिस्तान के फैसलाबाद में जमात-उद-दावा के कार्यकर्ताओं की बैठक में हाफिज सईद ने कहा, 'हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में हुए विरोध-प्रदर्शनों की अगुवाई लश्कर का एक कमांडर कर रहा था।'

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

इंडोनेशिया ड्रग्स मामला : 14 में से चार को मिली मौत