तेहरान, ईरान में हिजाब के विरोध में शुरू हुआ विवाद अब और ज्यादा हिंसक हो गया है। यहां देश के अलग अलग इलाकों में हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसे में आम नागरिकों और पुलिस के बीच हिंसक घटनाएं सामने आ रही हैं। बता दें कि ईरान में पुलिस हिरासत में हुई छात्रा महसा अमीनी की मौत के बाद से हिजाब के विरोध में यह प्रदर्शन शुरू हुआ था, जो पिछले 24 दिनों से चल रहा है।
न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को भी हिंसक प्रदर्शनों जारी रहे। एजेंसी ने एक मानवाधिकार समूह के हवाले से कहा कि अब तक इन प्रदर्शनों में बच्चों समेत कम से कम 185 लोग मारे गए हैं। नॉर्वे स्थित ईरान ह्यूमन राइट्स ग्रुप ने शनिवार को कहा कि ईरान में चल रहे देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों में 19 बच्चों सहित कम से कम 185 लोग मारे गए हैं। सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में सबसे ज्यादा हत्याएं दर्ज की गई हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कुर्दिश शहर साकेज़ से शुरू हुए यह प्रदर्शन अब राजधानी तेजरन समेत देश के सभी इलाकों में फैल गए हैं।
ईरानी अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शनों को संयुक्त राज्य अमेरिका सहित ईरान के दुश्मनों द्वारा एक साजिश बताया है। ईरान का आरोप है कि पश्चिमी देश लोगों को हथियार देकर राज्य कि खिलाफ हिंसा करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। राज्य की मीडिया के अनुसार इन हिंसा में सुरक्षा बलों के कम से कम 20 सदस्य मारे गए हैं।
बता दें कि ईरान में महसा अमीनी नाम की युवती को पुलिस ने इसलिए हिरासत में लिया था क्योंकि उसने ठीक से हिजाब नहीं पहना था। पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गई थी, जिसके बाद ईरान में हिजाब को लेकर प्रदर्शन शुरू हो गए।
Edited By Navin Rangiyal