वाशिंगटन। अमेरिकी चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी प्रतिद्वंदी डेमोक्रेट्स की हिलेरी क्लिंटन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने 2008 में भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु करार के बदले में भारतीय राजनेताओं और संस्थाओं से पैसे लिए थे।
ट्रंप कैंपेन की तरफ से ये आरोप एक 35 पृष्ठों वाली पुस्तिका (बुकलेट) में लगाए हैं, लेकिन इनमें से कोई भी नए आरोप नहीं हैं। हिलेरी क्लिंटन अतीत में कई बार ऐसे आरोपों का खंडन कर चुकी हैं। ट्रंप कैंपेन बुकलेट के माध्यम से जारी किए गए एक बयान में इस बारे में 50 तथ्यों के द्वारा जानकारी दी गई है और विस्तृत में क्लिंटन के रिकॉर्ड के बारे में भी जानकारी दी गई है।
न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट की रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्रम्प ने आरोप लगाया है कि 2008 की शुरुआत में भारतीय राजनेता अमर सिंह ने क्लिंटन फाउंडेशन को 10 से लेकर 50 लाख अमेरिकी डॉलर तक का भुगतान किया था। ट्रंप ने आरोप लगाया है, ;भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु करार के लिए लॉबी करने हेतु सितंबर 2008 में अमरसिंह ने अमेरिका का दौरा किया था और उसके बाद सीनेटर क्लिंटन ने अमर सिंह को आश्वस्त किया था कि डेमोक्रेट्स डील का विरोध नहीं करेंगे।
इस बुकलेट में यह भी कहा गया है कि 2008 में भारतीय उद्योग परिसंघ ने क्लिंटन फाउंडेशन को 5-10 लाख अमेरिकी डॉलर का भुगतान किया था। ट्रंप की तरफ से यह भी कहा गया है कि भारतीय-अमेरिकी राज फर्नाडों गृह विभाग के अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड में जगह दी गई थी। फर्नाडो पर आरोप लगाया गया है कि उसने क्लिंटन फाउंडेशन को 1 मिलियन से लेकर 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान किया था। (भाषा)