वॉशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के अनुसार उसकी मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ अगले साल जनवरी में अपनी नौकरी छोड़ देंगी और प्रतिष्ठित हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी में लौट जाएंगी। 49 वर्षीय प्रमुख भारतीय-अमेरिकी अर्थशास्त्री जनवरी 2019 में मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में आईएमएफ में शामिल हुई थीं। मैसूर में जन्मी गोपीनाथ वैश्विक वित्तीय संस्थान की पहली महिला मुख्य अर्थशास्त्री हैं।
आईएमएफ में शामिल होने से पहले वे हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय अध्ययन और अर्थशास्त्र की प्रोफेसर थीं। आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने मंगलवार को घोषणा की कि गोपीनाथ के उत्तराधिकारी की तलाश जल्द ही शुरू होगी। जॉर्जीवा ने कहा कि आईएमएफ और हमारी सदस्यता में गीता का योगदान काफी उल्लेखनीय रहा, सीधे शब्दों में कहें तो आईएमएफ के काम पर उनका प्रभाव जबर्दस्त रहा है।