Imran Khan News : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान कड़ी सुरक्षा के बीच अग्रिम जमानत के लिए शुक्रवार को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में पेश होंगे। उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने इस मौके पर एक रैली की घोषणा की है तथा समर्थकों से अपने नेता के संबोधन के लिए अदालत के समीप एकत्रित होने को कहा है। हालांकि इमरान समर्थकों को रैली की इजाजत नहीं मिली है। इस्लामाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई है।
खान (70) को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में मंगलवार को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर से गिरफ्तार किया गया था और जवाबदेही अदालत ने उन्हें भ्रष्टाचार मामले में आठ दिन के लिए राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) की हिरासत में भेज दिया था।
उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को खान को बड़ी राहत देते हुए उनकी गिरफ्तारी को गैर कानूनी करार दिया और उन्हें तत्काल रिहा करने का आदेश दिया। उसने पुलिस को खान को उच्चतम न्यायालय की सुरक्षा में रखने तथा सुबह 11 बजे उच्च न्यायालय में पेश करने का निर्देश दिया।
शीर्ष अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा कि चूंकि खान ने उच्च न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण किया था जहां वह मामले में अग्रिम जमानत के लिए पेश हुए थे, तो पूरी प्रक्रिया वहीं से शुरू होगी जो उनकी गिरफ्तारी से बाधित हुई थी। न्यायालय ने खान को उनकी याचिकाओं पर उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए फैसले का पालन करने का भी निर्देश दिया।
इस बीच, पीटीआई ने एक संदेश में अपने समर्थकों से सुबह 10 बजे खान के भाषण के लिए जी-13 इलाके में पहुंचने को कहा है जो उच्च न्यायालय परिसर से ज्यादा दूर नहीं है। इसमें कहा गया है कि पार्टी के नेता अदालत में पेश होने से पहले भाषण दे सकते हैं क्योंकि उन्हें उच्च न्यायालय से राहत मिलने का भरोसा नहीं है।
इमरान के मामले में सरकार और अदालत आमने सामने नजर आ रही है। मरियम नवाज ने कहा कि अशांति के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है।
पाकिस्तान के हालात पर अमेरिका की नजर : अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने कहा कि अमेरिका, पाकिस्तान में करीब से नजर रखता रहेगा। उसने इस बात को दोहराया कि वह किसी एक के पक्ष में नहीं है। विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने पत्रकारों से कहा कि हम पाकिस्तान में स्थिति की बारीकी से निगरानी करते रहेंगे और जैसा कि अमेरिका ने पहले कहा है कि हम किसी एक के पक्ष में नहीं है। हम एक सुरक्षित और समृद्ध पाकिस्तान के पक्ष में है। यही अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों के हित में है और हम दुनिया भर में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और कानून के शासन का सम्मान करने का आह्वान करते हैं। (इनपुट : भाषा)