संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस यूक्रेन युद्ध पर चल रही बहस के दौरान पाकिस्तान ने अचानक कश्मीर का राग अलापना शुरू कर दिया। इस पर वहां मौजूद भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने पाकिस्तान की इस हरकत पर आपत्ति जताई और पड़ोसी देश को करारा जवाब दिया।
पाकिस्तानी राजनयिक मुनीर अकरम लगातार कश्मीर की स्थिति से रूस-यूक्रेन युद्ध की तुलना कर रहे थे। इस पर रुचिरा ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन और रूस युद्द जैसे गंभीर मुद्दे पर बहस हो रही है लेकिन हमें आश्चर्य हो रहा है कि फिर एक प्रतिनिधिमंडल के द्वारा इस मंच का दुरुपयोग किया जा रहा है। मेरे देश के खिलाफ तुच्छ और व्यर्थ टिप्पणी की जा रही है।
रुचिरा कंबोज ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का पूरा क्षेत्र भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा। हम पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को रोकने का आह्वान करते हैं ताकि हमारे नागरिक अपने जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार का आनंद ले सकें।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ये युद्ध का युग नहीं हो सकता। बातचीत और कूटनीति के माध्यम से शांतिपूर्ण समाधान के संकल्प के साथ भारत ने इस प्रस्ताव से दूर रहने का फैसला किया है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों में रूस के 'अवैध कब्जे के प्रयास' की निंदा करने के पक्ष में अभूतपूर्व मतदान किया और मांग की कि मॉस्को अपने कदमों को तत्काल वापस ले। संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों में से 143 ने इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया और पांच देशों ने इसके विरोध में मत दिया, जबकि भारत समेत 35 देश इस दौरान अनुपस्थित रहे।
यह मतदान रूसी बलों द्वारा 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किए जाने के बाद पारित चार प्रस्तावों में से संयुक्त राष्ट्र महासभा की ओर से देश को अब तक का सबसे बड़ा समर्थन है।
Edited by : Nrapendra Gupta