दुबई। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में फंसे कई भारतीयों को सोशल मीडिया पर उन फर्जी परिपत्रों के प्रति आगाह किया गया है जिनमें कहा गया है कि वे अपने व्यक्तिगत विवरणों को यहां भारतीय वाणिज्य दूतावास की विभिन्न ई-मेल आईडी पर भेज दें ताकि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर उन्हें स्वदेश भेजा जा सके। दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा कि ऐसे परिपत्र फर्जी हैं।
दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत (सीजीआई) ने मंगलवार को ट्वीट किया कि ऐसे संदेशों के बारे में हमें जानकारी मिली है जिनमें स्वदेश भेजे जाने के लिए दुबई के भारतीय वाणिज्य दूतावास को वीजाधारकों, बुजुर्गों, बेरोजगारों आदि के विवरणों के बारे में जानकारी देने को कहा गया है। सीजीआई दुबई ने इस तरह का कोई परामर्श जारी नहीं किया है।
भारतीय नागरिकों को इस पर ध्यान देना चाहिए। अबू धाबी में भारतीय दूतावास ने बताया कि उसने इस तरह का कोई संदेश नहीं भेजा है। रिपोर्टों के अनुसार दुनिया के विभिन्न हिस्सों में यात्रियों, छात्रों और पर्यटकों समेत कम से कम 25 हजार भारतीय नागरिक फंसे हुए है। ऐसा माना जाता है कि इन नागरिकों की पर्याप्त संख्या संयुक्त अरब अमीरात में है। भारत ने मंगलवार को कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ा दिया।
खलीज टाइम्स' की खबर के अनुसार यूएई में भारतीय राजदूत पवन कपूर ने कहा है कि संकट में घिरे ऐसे लोग जिन्हें सेवाओं की जरूरत है, वे
[email protected] पर लिख सकते हैं। डॉक्टरों की एक टीम है, जो इसमें मदद कर रही है। (भाषा)