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ईरान के सर्वोच्च नेता ने की अमेरिकी प्रस्ताव की आलोचना लेकिन परमाणु समझौते का विचार नहीं किया खारिज

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

दुबई , बुधवार, 4 जून 2025 (15:30 IST)
Ali Khamenei criticizes US proposal: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई (Ayatollah Ali Khamenei) ने तेहरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम (Nuclear Program) पर वार्ता के दौरान पेश किए गए अमेरिका के प्रारंभिक प्रस्ताव की बुधवार को आलोचना की लेकिन उन्होंने वॉशिंगटन (Washington) के साथ समझौते के विचार को पूरी तरह खारिज नहीं किया। अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिकी प्रस्ताव को 'हम कर सकते हैं' (ईरान सरकार का नारा) की अवधारणा के पूरी तरह खिलाफ बताया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि तेहरान को यूरेनियम संवर्द्धन की अपनी क्षमता बनाए रखनी होगी।ALSO READ: ईरान ने जमा किया परमाणु बम बनाने से ज्यादा यूरेनियम, IAEA की गोपनीय रिपोर्ट में हुआ खुलासा
 
परमाणु ऊर्जा संयंत्र को लेकर यह बोले खामेनेई : खामेनेई ने कहा कि अगर हमारे पास 100 परमाणु ऊर्जा संयंत्र हैं और उनका संवर्द्धन नहीं हुआ है तो वे हमारे लिए उपयोग करने योग्य नहीं हैं। अगर हम संवर्द्धन नहीं कर सकते तो हमें अमेरिका के सामने हाथ फैलाना चाहिए। परमाणु ऊर्जा से संपन्न कुछ राष्ट्र बाहरी आपूर्तिकर्ताओं से यूरेनियम प्राप्त करते हैं। ईरान और अमेरिका के बीच 5 दौर की वार्ता के बाद भी अमेरिकी प्रस्ताव का विवरण अस्पष्ट है।
 
समाचार वेबसाइट 'एक्सियोस' की एक खबर में अमेरिकी प्रस्ताव का विवरण दिया गया है जिसकी पुष्टि एक अमेरिकी अधिकारी ने अलग से की है। खबर के अनुसार प्रस्ताव में ईरान और आसपास के देशों के लिए यूरेनियम संवर्द्धन करने वाले एक संभावित परमाणु संघ की बात भी शामिल है।ALSO READ: ईरान में गिड़गिड़ाए शहबाज शरीफ, भारत के साथ चाहते हैं बातचीत

यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि ईरान को अपना संवर्द्धन कार्यक्रम पूरी तरह से छोड़ना होगा या नहीं, क्योंकि 'एक्सियोस' ने खबर दी है कि ईरान कुछ समय तक 3 प्रतिशत शुद्धता तक यूरेनियम का संवर्द्धन कर सकेगा।ALSO READ: ट्रंप ईरान से परमाणु डील के बेहद करीब, नेतन्याहू को दी चेतावनी
 
ईरान के साथ समझौता करना अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके भरोसेमंद मित्र एवं पश्चिम एशिया के मामलों के लिए अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ की कूटनीतिक प्राथमिकताओं में से एक है। समझौते के तहत अमेरिका, ईरान पर लगाए गए कुछ कठोर आर्थिक प्रतिबंधों को हटा सकता है जिसके बदले में ईरान अपने यूरेनियम संवर्द्धन को सीमित कर सकता है या समाप्त कर सकता है। समझौता न होने पर पश्चिम एशिया में तनाव और बढ़ सकता है, जहां गाजा पट्टी में इजराइल-हमास युद्ध के कारण पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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