वाशिंगटन। पेंटागन ने इराकी शहर फल्लुजा शहर को इस्लामिक स्टेट समूह के कब्जे से वापस अपने नियंत्रण में लाने का स्वागत किया है लेकिन व्यापक तौर पर फैले हुए छलबमों और बचे हुए जिहादी प्रतिरोध की चेतावनी भी दी है। इराकी बलों ने एक माह तक चले अभियान के बाद जिहादियों के सबसे मजबूत गढ़ों में से एक माने जाने वाले फलुजा पर रविवार को कब्जा कर लिया था।
पेंटागन के प्रमुख एश्टन कार्टर ने इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी को मुबारक देते हुए कहा, अमेरिकी सेना और हमारे गठबंधन के सहयोगियों को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इस अहम अभियान के तहत इराकी सुरक्षा बलों का सहयोग करने पर गर्व है।
अधिकारियों ने चेतावनी दी कि इराकी बलों को कुछ विरोधों का सामना करना पड़ेगा और उनके सामने घरों में बनाए जाने वाले बमों का शहर से सफाया कर देने का कहीं ज्यादा खतरनाक काम है।
पेंटागन के प्रवक्ता कैप्टन जेफ डेविस ने कहा कि सिर्फ वाहनों में लगे आईईडी ही नहीं बल्कि घरों में लगे आईईडी का सफाया ज्यादा खतरनाक है। कार्टर ने कहा कि यह जरूरी है कि इराकी सरकार सुरक्षा बलों द्वारा किए गए नागरिकों के मानव अधिकारों के कथित उल्लंघनों की जांच करे।
अमेरिकी नेतृत्व वाले आईएस विरोधी गठबंधन का ध्यान अब उत्तरी क्षेत्र पर केंद्रित हो गया है। यहां अब लक्ष्य मोसुल को वापस हासिल करना है। यह इराक में जिहादियों का प्रमुख गढ़ बना हुआ है। आईएस के प्रतिरक्षा तंत्र ढह जाने पर अबादी ने 17 जून को ही फल्लुजा पर जीत की घोषणा कर दी थी। (भाषा)