काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हामिद कजरई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास सोमवार को एक आत्मघाती कार बम हमला हुआ, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। यह हमला पूर्वी गेट के समीप हुआ है। अफगानिस्तान सरकार ने धमाके की आधिकारिक पुष्टि कर दी है। अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है।
शुरुआती जांच के बाद ऐसा लग रहा है कि हमला विदेशी सैन्य टुकड़ी के काफिले को निशाना बनाकर किया गया था। इस हमले में मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्विटर पर हमले की जानकारी दी : हामिद कजरई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास यह हमला ऐसे समय हुआ जब तालिबान ने सरकारी और विदेशी लक्ष्यों पर अपने हमले तेज कर दिए हैं। काबुल के उप पुलिस प्रमुख गुल आगा रूहानी ने बताया कि कार विस्फोट हवाईअड्डे के ठीक करीब हुआ है। अफगान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने ट्विटर पर इस हमले की जानकारी दी।
24 दिसंबर को मोदी ने किया था काबुल का दौरा : हमला पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ के काबुल यात्रा के एक दिन बाद हुआ। शरीफ तालिबान के साथ ताजा शांति वार्ता के लिए आधार तैयार करने के मकसद से आए थे। उल्लेखनीय है कि है कि बीते 24 दिसंबर को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काबुल का दौरा किया था। पाकिस्तान ने जुलाई में पहले दौर की वार्ता कराई थी लेकिन बातचीत तब थम गई जब विद्रोहियों ने अपने नेता रहे मुल्ला उमर की मौत की विलंब से पुष्टि की।
तालिबानियों ने अफीम की पैदावार करने वाले इस क्षेत्र पर कब्जा जमा जमाया : अफगान बल दक्षिणी हेलमंद प्रांत में अफीम की प्रचुर पैदावार करने वाले सांगिन जिले के एक बड़े इलाके से तालिबानियों को खदेड़ने की कोशिशों में लगा हैं। तालिबानियों ने अफीम की पैदावार करने वाले इस क्षेत्र पर कब्जा जमा लिया है।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि अधिक क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए तालिबान के हमलों में तेजी शांति वार्ता के दौरान अधिक फायदा हासिल करने के लिए तालिबानियों की कोशिशों को दर्शाती है।