इस्लामाबाद। पाकिस्तान के एक आला सैन्य कमांडर ने शनिवार को दावा किया कि नियंत्रण रेखा पर जारी झड़पों में पाकिस्तान के मुकाबले भारतीय सेना के जवान दोगुनी संख्या में मारे गए हैं।
गिलगित में शुक्रवार को चुनिंदा सांसदों और संवाददाताओं के समूह से 10वीं पल्टन के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मलिक जफर इकबाल ने कहा कि हमारे केवल 20 सैनिक मारे गए जबकि उन्होंने 40 से ज्यादा जवानों को खोया है। 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक इकबाल उत्तर के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण गिलगित-बल्टिस्तान क्षेत्र के दौरे पर थे, जहां उन्होंने नागरिक समाज के लोगों और सैन्य अधिकारियों को संबोधित किया।
इकबाल ने दावा किया कि सैन्यकर्मियों की मौत का आंकड़ा बढ़ने के साथ ही विरोधी पक्ष के लिए संघर्ष विराम का उल्लंघन करना महंगा सौदा बनता जा रहा है। अगर वे दिन के दौरान संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हैं तो हम इसका बदला शाम से पहले ही ले लेते हैं लेकिन अगर वे ऐसा रात के समय ऐसा करते हैं तो हम सूरज उगने से पहले ही इसका माकूल जवाब देते हैं।
इससे पहले पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल राहिल शरीफ ने दावा किया था कि नियंत्रण रेखा पर हाल में हुई झड़पों में भारतीय सेना के कम से कम 40 जवान मारे गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि भारतीय सेना जनता की नाराजगी के डर से अपनी क्षति को छिपा रही है। उन्होंने दावा किया कि भारत ने अपने खुफिया ढांचे के भीतर विशेष खंड स्थापित किया है जिसका काम सीपीईसी में अवरोध उत्पन्न करना है।
इकबाल ने कहा कि लेकिन हम दुश्मन के गंदे इरादों को नाकाम करने के लिए तैयार हैं। (भाषा)