नई दिल्ली। 2020 के साहित्य के नोबल पुरस्कार का ऐलान हो गया है। अमेरिका कवयित्री लुईस गल्क (Louise Gulk) को इस साल साहित्य के नोबल पुरस्कार दिया गया है।
पुरस्कार की घोषणा करते हुए स्वीडिश अकादमी ने ट्वीट किया है कि साल 2020 के साहित्य का नोबल प्राइज अमेरिकी साहित्यकार लुईस गल्क को व्यक्तिगत अस्तित्व को आवाज देती कविता के लिए दिया जा रहा है। लुईस बेहद सम्मानित साहित्यकार हैं। वे सामाजिक मुद्दों पर भी काफी सक्रिय रहती हैं।
स्वीडिश एकेडमी के स्थायी सचिव मैट्स माल्म ने स्टॉकहोम में गुरुवार को साहित्य के नोबेल पुरस्कार की घोषणा की। गल्क को यह पुरस्कार उनकी शानदार काव्यशैली के लिए दिया गया है जो व्यक्तिगत अस्तित्व को वैश्विक पहचान दिलाती है। यह पुरस्कार कई साल के विवाद के बाद दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि नोबेल पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की याद में 1901 से प्रदान किए जा रहे हैं। इस वर्ष के चिकित्सा, भौतिकी और रसायन के नोबेल के पुरस्कारों की पहले ही घोषणा की जा चुकी है।
2018 में यह पुरस्कार तब टाल दिया गया था जब स्वीडिश एकेडमी यौन शोषण के आरोपों से हिल उठी थी और इसके सदस्यों को सामूहिक रूप से इस्तीफा देना पड़ा था।
नोबेल फाउंडेशन ट्रस्ट का विश्वास पुन: प्राप्त करने के लिए एकेडमी ने खुद का पुनर्गठन किया और फिर पिछले साल दो विजेताओं का चयन किया गया। 2018 का पुरस्कार पोलैंड की ओल्गा तोकरजुक और 2019 का पुरस्कार ऑस्ट्रिया के पीटर हैंडके के खाते में आया।
हैंडके के पुरस्कार को लेकर विरोध भड़क उठा। 1990 के दशक के बाल्कन युद्ध के दौरान सर्ब बलों के समर्थक रहे हैंडके को सर्ब युद्ध अपराधों का समर्थक कहा जाता रहा है। अल्बानिया, बोस्निया और तुर्की सहित कई देशों ने विरोध में नोबेल पुरस्कार समारोह का विरोध किया और साहित्य के नोबेल पुरस्कार के लिए साहित्यकारों का चयन करने वाली समिति के एक सदस्य ने इस्तीफा दे दिया।