न्यूयॉर्क। अमेरिका की एक प्रभावशाली सांसद ने कहा है कि वे महात्मा गांधी को मरणोपरांत अमेरिका के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'कांग्रेसनल स्वर्ण पदक' दिए जाने के लिए एक ऐतिहासिक कानून पेश करेंगी। दुनियाभर में नागरिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण आंदोलन चलाने की प्रेरणा देने के लिए गांधी को यह सम्मान दिए जाने का प्रस्ताव रखा जाएगा।
न्यूयॉर्क से कांग्रेस सांसद कैरोलिन मालोनी ने 38वें भारत दिवस परेड में यह घोषणा की। भारत के स्वतंत्रता दिवस का वार्षिक जश्न मनाने के लिए इस दिन का आयोजन रविवार को हुआ था।
मालोनी ने परेड के दौरान बताया कि गांधीजी ने कई लोगों को प्रभावित किया जिन्हें न्याय के लिए उनके गैरहिंसक नेतृत्व के आधार पर पहले ही यह पदक मिल चुका है, जैसे मार्टिन लूथर किंग जूनियर और नेल्सन मंडेला को। यह सब कुछ महात्मा गांधी की शिक्षा पर आधारित था। वे जल्द ही कानून बनाने का प्रस्ताव पेश करेंगी और विश्वास जताया कि यह कानून सफल रहेगा।
मालोनी ने कहा कि गैरहिंसक विरोध के लिए महात्मा गांधी के ऐतिहासिक सत्याग्रह ने एक राष्ट्र और विश्व को प्रेरित किया। उनका उदाहरण हमें दूसरों की सेवा में खुद को समर्पित करने की ऊर्जा देता है। उनकी विरासत ने विश्वभर में नस्लीय समानता के लिए मार्टिन लूथर किंग जूनियर के आंदोलन से लेकर रंगभेद के खिलाफ नेल्सन मंडेला की लड़ाई तक सामाजिक अधिकार आंदोलनों को प्रेरित किया।
'कांग्रेसनल स्वर्ण पदक' पाने वाले गांधीजी पहले भारतीय होंगे। यह सम्मान अमेरिका के पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन, नेल्सन मंडेला, मदर टेरेसा और नागरिक अधिकार कार्यकर्ता रोजा पार्क्स को दिया जा चुका है। (भाषा)