इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने रविवार को कहा कि मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंधित कराने की भारत की कोशिश राजनीति से प्रेरित है और यह तुच्छ सूचनाओं पर आधारित है। दरअसल, दो दिन पहले पाकिस्तान के करीबी सहयोगी देश चीन ने जेईएम प्रमुख और पठानकोट हमले के सरगना को वैश्विक आतंकवादी करार देने के प्रस्ताव को बाधित कर दिया।
अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 1267 प्रतिबंध समिति के समक्ष रख पाने में भारत की नाकामी की खबरों पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर विदेश कार्यालय प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा कि आईएसआईएस, अल कायदा से संबद्ध इस समिति ने भारत द्वारा राजनीति से प्रेरित हो कर लाए गए एक प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
यह तुच्छ सूचनाओं और बेबुनियाद आरोपों से भरा हुआ है और भारतीय प्रस्ताव में कोई ठोस चीज नहीं है और इसका प्राथमिक लक्ष्य अपने संकीर्ण राष्ट्रीय एजेंडा को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव का खारिज होना सुरक्षा परिषद की अहम समिति के कार्य को राजनीतिक रंग देने और कमतर किए जाने को खारिज करना भी है।
जकारिया ने एक बयान में कहा कि आतंकवाद की निंदा करने का दावा करते हुए भारत ने आतंकवाद को राजकीय नीति का औजार बना लिया है और वह खुद ही आतंकवाद को अंजाम देने, प्रायोजित करने, समर्थन करने और वित्तपोषण करने में संलिप्त रहा है। (भाषा)