लंदन। वैज्ञानिकों ने 26 लाख प्रकाश वर्ष दूर एक छोटे तारे का चक्कर लगा रहे पृथ्वी के लगभग बराबर आकार वाले गर्म, धात्विक ग्रह का पता लगाया है। अनुसंधानकर्ताओं ने इस ग्रह को खोजने और इसकी विशेषताएं पता करने के लिए 'डॉपलर स्पेक्ट्रोस्कोपी’ तकनीक का प्रयोग किया जिसे ‘वोबल’ प्रक्रिया भी कहा जाता है।
‘के2-229 बी’ नाम का उपग्रह पृथ्वी से करीब 20 प्रतिशत बड़ा है लेकिन उसका भार ढाई गुना ज्यादा है। इस पर दिन के समय तापमान दो हजार डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच जाता है। यह अपने मेजबान तारे के बहुत करीब है।
के2 दूरबीन के प्रयोग से फ्रांस की ‘एक्स मार्सिले यूनिवर्सिटी’ और ब्रिटेन ‘यूनिवर्सिटी ऑफ वावरिक’ के अनुसंधानकर्ताओं ने इस ग्रह को खोजने और इसकी विशेषताएं पता करने के लिए 'डॉपलर स्पेक्ट्रोस्कोपी’ तकनीक का प्रयोग किया जिसे ‘वोबल’ प्रक्रिया भी कहा जाता है। (भाषा)