मॉस्को। मलेशिया एयरलाइंस के विमान एमएच 17 के गिरने की परिस्थितियों की जांच कर रहे अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं के इस विमान को मार गिराने वाली मिसाइल रूसी सेना की एक ब्रिगेड की तरफ से दागे जाने का खुलासा करने के बाद रूस ने जांच खारिज कर दी।
रूस ने कहा कि इस तरह का कोई भी हथियार कभी भी रूसी-यूक्रेनी सीमा के पार नहीं गया और हादसे के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया। स्थानीय समाचार एजेंसियों की खबरों के अनुसार, रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, रूसी संघ की एक भी विमानरोधी मिसाइल प्रणाली ने कभी भी रूस-यूक्रेन सीमा पार नहीं की।
मंत्रालय ने हादसे के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उसने सबूत दिए थे, जिनसे पता चलता है कि यूक्रेनी इकाइयों ने (सोवियत रूस में बने) बीयूके मिसाइलों का इस्तेमाल किया था। इससे पहले दिन में नीदरलैंड के नेतृत्व वाले संयुक्त जांच दल ने कहा था कि पूर्वी यूक्रेन के वायु क्षेत्र में विमान को निशाना बनाने वाली मिसाइल रूसी सैन्य ब्रिगेड ने दागी थी।
हादसे में विमान में सवार सभी 298 यात्री मारे गए थे। शीर्ष जांचकर्ता विलबर्ट पौलीसन ने कहा कि संयुक्त जांच दल इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि एमएच17 को मार गिराने वाली मिसाइल रूस के कुरस्क स्थित 53वें विमानरोधी मिसाइल ब्रिगेड से दागी गई। उन्होंने कहा कि 53वीं ब्रिगेड रूसी सैन्यबल का हिस्सा है। (वार्ता)