वर्ष 2014 में मलेशियन एयरलाइंस के विमान MH370 की दुर्घटना के रहस्य से पर्दा हटाने का दावा किया जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पायलट की वजह से ही विमान में सवार 239 लोग मौत के आगोश में चले गए थे।
MH370 विमान ने 8 मार्च 2014 को कुआलालंपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से चीन के बीजिंग शहर के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन कुछ समय बाद यह विमान रडार से गायब हो गया और नियंत्रण कक्ष से इसका संपर्क टूट गया। बाद में विमान के अवशेष हिन्द महासागर में पाए गए थे।
अटलांटिक पत्रिका की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि विमान में उसके पायलट जाहिरी अहमद शाह ने जानबूझकर क्रैश कर दिया। वह अकेलेपन और अवसाद से ग्रस्त था। उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं थी। पायलट शाह के एक मित्र ने उड्डयन विशेषज्ञ विलियम लेंगविश को बताया कि पत्नी के छोड़कर चले जाने के बाद जाहिरी दो युवा मॉडलों का दीवाना हो गया था। इन मॉडलों की तस्वीर उसने इंटरनेट पर देखी थी।
पायलट के साथी ने बताया कि उसका वैवाहिक जीवन अच्छा नहीं रहा। वह घंटों कमरे में अकेला रहता था। उसके कुछ एयर होस्टेस के साथ भी संबंध रहे थे। इसी के चलते उसकी पत्नी ने उसे छोड़ दिया था।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अवसादग्रस्त पायलट ने विमान को काफी ऊंचाई पर उड़ाया और काफी देर विमान को ऊपर ही उड़ाता रहा। ऑक्सीजन की कमी के चलते सभी यात्री बेहोश हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई। बाद में विमान को उसने नीचे की ओर मोड़ दिया, जिससे विमान सागर में समा गया।
तब यह बातें आई थीं सामने : विमान दुर्घटना के समय कहा गया था कि यह विमान अमेरिका और थाईलैंड के संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान निशाना बनने से दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उस समय एक और बात सामने आई थी कि विमान का अपहरण कर लिया गया था।