न्यूयॉर्क। उड़ी में हुए आतंकी हमले को कश्मीर में हालात पर लोगों की प्रतिक्रिया का परिणाम बताने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर जवाबी हमला बोलते हुए भारत ने कहा है कि उनके कुतर्क अब काम नहीं आने वाले।
विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने यहां बताया कि ये कुतर्क जान-बूझकर किए गए हैं और ये सरासर गलत हैं। ये न्यूयॉर्क और लंदन में काम नहीं आने वाले। और हम थोड़े-बहुत भरोसे के साथ कह सकते हैं कि ये इस्लामाबाद में भी काम नहीं आने वाले।
अकबर, लंदन में शरीफ की उन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि उड़ी हमला कश्मीर घाटी में तनावपूर्ण हालात पर लोगों की प्रतिक्रिया का परिणाम हो सकता है।
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में शामिल होने के बाद लौटने के दौरान शुक्रवार को लंदन में रुके शरीफ ने कहा था कि उड़ी हमला कश्मीर में अत्याचारों का परिणाम हो सकता है। बीते 2 महीनों में मारे गए और आंखों की रोशनी खो चुके लोगों के करीबी लोग और संबंधी दुखी हैं और गुस्से में हैं।
यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71वें सत्र से इतर द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों में भाग ले रहे अकबर ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण और शक्तिशाली देशों ने भारत के तर्कों और उचित रुख को, समस्याओं से एकजुट होकर निबटने के हमारे प्रयासों को, गरीबी को दूर करने और विकास पर ध्यान देने को लक्ष्य बनाने की हमारी मांग और प्रयासों को बहुत अच्छे से ग्रहण किया है।
विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने कहा कि भारत का प्रमुख लक्ष्य है कि तरक्की का सबसे बड़ा लाभ उन लोगों तक पहुंचना चाहिए जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है और इस लक्ष्य को अन्य देशों की ओर से मजबूत समर्थन हासिल हुआ है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मानवाधिकार का सबसे बड़ा दुश्मन आतंकवाद है।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद विकास का शत्रु है और इसे खत्म किया जाना चाहिए। कश्मीर के उड़ी में रविवार सुबह उच्च सुरक्षा वाले सैन्य शिविर पर हुए आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे। यह हमला जैश-ए-मोहम्मद संगठन के आतंकियों ने किया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि इस घृणित हमले के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इस घटना के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच राजनयिक स्तर पर जुबानी जंग छिड़ी हुई है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी दोनों देशों की ओर से जुबानी हमले बोले गए। (भाषा)