वाशिंगटन। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने शुक्रवार (28 अक्टूबर) को कहा कि सूचनाओं के अनुसार आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट मोसुल और उसके आसपास हजारों लोगों को 'मानव ढाल' के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। इस समय इराकी बल देश के दूसरे बड़े शहर मोसुल पर दोबारा नियंत्रण स्थापित करने के लिए बड़े पैमाने पर हमला कर रहे हैं। कार्यालय को ऐसी खबरें मिली हैं कि आईएस के आदेशों का पालन ना करने के लिए या पूर्व में इराकी सुरक्षा बलों से जुड़े होने के लिए 200 से अधिक लोगों को मार दिया गया।
मीडिया खबरों के अनुसार आईएस मोसुल के आसपास के जिलों के हजारों लोगों को उनके घरों से निकल जाने को मजबूर करता रहा है।
कार्यालय की प्रवक्ता रवीना शम्दासानी ने जिनीवा में कहा, 'आईएसआईएल (आईएस) की बुरी एवं कायरतापूर्ण रणनीति नागरिक बंधकों की मौजूदगी का इस्तेमाल कर कुछ बिंदुओं, इलाकों या सैन्य बलों को सैन्य अभियानों से मुक्त करने की है। वे इसके लिए असरदार तरीके से हजारों महिलाओं, पुरुषों एवं बच्चों को मानव ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।'
संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने कहा कि मोसुल के दक्षिण की तरफ के इलाके के नागरिकों को आतंकियों के कब्जे वाले शहर हमाम अल-अलिल में रखा जा रहा है। आईएस के बलपूर्वक विस्थापन शुरू किए जाने के बाद से शहर में आबादी दोगुनी होकर 60,000 से अधिक हो गयी है। (भाषा)