सेंट पीटर्सबर्ग (रूस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्थानीय डटसान गुंजेचोइनेई बौद्ध मंदिर के प्रमुख पुजारी को ‘उर्गा कंजूर’ के 100 से ज्यादा खंड भेंट किए। ‘उर्गा कंजूर’ एक पवित्र तिब्बती बौद्ध ग्रंथ है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री ने सेंट पीटर्सबर्ग के डटसान गुंजेचोइनेई बौद्ध मंदिर के प्रमुख पुजारी जम्पा दोनोर, बुदा बालजेविच बडमाएव को उर्गा कंजूर भेंट किया। एक आधिकारिक यात्रा पर यहां आए मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी।
तिब्बती कंजूर का उर्गा संस्करण 1955 तक अज्ञात था, जब प्रोफेसर रघुवीरा इसके 104 खंडों का पूरा सेट लेकर भारत आए थे। इसके एक खंड में तालिका थी। मंगोलियाई प्रधानमंत्री ने उन्हें तिब्बती कंजूर का उर्गा संस्करण भेंट किया था।
मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास ने एक ट्वीट के जरिए बताया कि रूस की यात्रा के दूसरे दिन मोदी इंस्टीट्यूट ऑफ ओरिएंटल मैनुस्क्रीप्ट्स भी गए। उन्होंने वहां गुजराती भाषा में एक संदेश भी लिखा।
इंस्टीट्यूट ऑफ ओरिएंटल मैनुस्क्रीप्ट्स में 65 जीवित एवं मृत भाषाओं में हजारों पांडुलिपियां और बहुत पहले मुद्रित किताबें हैं। उन्होंने यूरेशियाई आर्थिक आयोग के अध्यक्ष और आर्मेनिया के पूर्व प्रधानमंत्री तिगरान सर्गास्यान से भी मुलाकात की। (भाषा)