वॉशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप भी सोमवार को व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करेंगी। अमेरिकी राष्ट्रपति के निमंत्रण पर शनिवार रात को वॉशिंगटन डीसी पहुंचे मोदी व्हाइट हाउस में चार घंटे से ज्यादा वक्त बिता सकते हैं।
व्हाइट हाउस के साउथ पोर्टिको में ट्रंप और प्रथम अमेरिकी महिला द्वारा अगवानी के बाद दोनों नेता ओवल ऑफिस में आमने-सामने बैठकर बातचीत कर सकते हैं। यह मोदी की ओवल ऑफिस में किसी अमेरिकी राष्ट्रपति से तीसरी मुलाकात होगी। इससे पहले वे सितंबर 2014 और जून 2016 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिले थे।
इसके बाद पास में लगे कैबिनेट रूम में दोनों नेताओं के प्रतिनिधिमंडल वार्ता में शामिल होंगे। अमेरिका की ओर से इस दल में उपराष्ट्रपति माइक पेंस, रक्षामंत्री जेम्स मैटिस, विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल एचआर मैकमास्टर हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव एस जयशंकर और अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सरना शामिल हो सकते हैं। इसके बाद मोदी और ट्रंप रोज गार्डन की ओर जाएंगे और बड़ी संख्या में मौजूद अमेरिकी मीडियाकर्मियों के समक्ष संयुक्त बयान देंगे। इन पत्रकारों में विदेशी और यात्रा पर आए भारतीय मीडियाकर्मी शामिल होंगे।
दोनों नेता अपने बयानों में भारत-अमेरिका के संबंधों को लेकर अपने दृष्टिकोण रख सकते हैं। व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, दोनों नेता संभवत: कोई प्रश्न नहीं लेंगे, लेकिन इसमें बदलाव किया जा सकता है। एक संयुक्त भारतीय-अमेरिकी वक्तव्य भी जारी किया जा सकता है।
मीडिया से बातचीत के बाद ट्रंप और उनकी पत्नी व्हाइट हाउस के ऐतिहासिक ब्लू रूम में प्रधानमंत्री और यात्रा पर आए भारतीय प्रतिनिधिमंडल के लिए रात्रिभोज देंगे। इसके बाद मोदी रात में व्हाइट हाउस से रवाना होंगे। प्रस्थान समारोह में शामिल होने के लिए उनके साथ ट्रंप और प्रथम अमेरिकी महिला भी होंगी।
सीबीएस न्यूज के लिए व्हाइट हाउस के संवाददाता मार्क नोलर के अनुसार, मोदी 28वें विदेशी नेता हैं जिनका स्वागत ट्रंप व्हाइट हाउस में करेंगे। ट्रंप ने अब तक 47 वैश्विक नेताओं से मुलाकात की है लेकिन पहली बार ट्रंप ने व्हाइट हाउस में किसी विदेशी नेता के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया है। ट्रंप प्रशासन के तहत यह मोदी की पहली अमेरिका यात्रा है जो दोनों देशों के बीच कई उच्चस्तरीय यात्राओं के बाद हो रही है। (भाषा)