अस्ताना। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का सदस्य बनने पर भारत को बधाई देते हुए शुक्रवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों के ही इस क्षेत्रीय मंच का सदस्य बनने के बाद इस संगठन का वैश्विक राजनीति में एक अहम भूमिका निभाना तय है और इसमें आर्थिक मुद्दों को अहमियत दी जाएगी।
इन दोनों देशों को वर्ष 2005 से इस संगठन में पर्यवेक्षक का दर्जा हासिल था और आज से ये दोनों देश इस मंच का पूर्ण सदस्य बन गए हैं। भारत का विशेष तौर पर जिक्र करते हुए श्री शरीफ ने इस संगठन के पड़ोसी देशों के लिए बेहतर पड़ोसी वाली निर्देश संबंधी पांच वर्षीय संधि की जोरदार वकालत करते हुए कहा नेताओं के तौर पर हमें अपनी भावी पीढ़ियों के लिए शांति और मैत्री के माहौल को विरासत के तौर पर छोड़ना चाहिए और आपसी विवादों तथा नफरतभरे माहौल को बढ़ावा देने से बचना चाहिए।
उन्होंने इस संगठन के सभी नेताओं से आग्रह किया कि उन्हें एक-दूसरे के प्रति कड़े कदम उठाने और अंकुश लगाने जैसी बातों से बचने के बजाए सदस्य देशों को सभी के लिए समान व्यवहार वाली नीति को प्रमुखता देनी चाहिए।
शरीफ ने कहा कि इस संगठन को शांति को बढ़ावा देने, विश्वास को बनाए रखने और साझा समृि द्ध के लिए आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के एक शक्तिशाली प्लेटफार्म के रूप में उभरना चाहिए।
उन्होंने उम्मीद व्यक्त करते हुए कहा कि एक प्लेटफार्म के तौर पर यह एससीओ आतंकवाद से लड़ने, हथियारों की दौड़ को कम करने और गरीबी उन्मूलन की दिशा में मदद करेगा। इस संगठन की स्थापना वर्ष 2001 में हुई थी और इसके मूल सदस्यों में चीन, रूस, कजाकस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान थे। (वार्ता)