टोक्यो। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के हाल के कड़े प्रतिबंधों पर आग बबूला हुए उत्तर कोरिया ने आज धमकी दी कि वह जापान को 'डूबो' देगा और अमेरिका को जलाकर खाक कर देगा।
अल-जजीरा टेलीविजन के अनुसार उत्तर कोरिया ने सोमवार को सुरक्षा परिषद के उस पर लगाए गए नए प्रतिबंधों का कड़ा विरोध करते हुए कहा, 'हमारे देश पर प्रतिबंध लगाने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले अमेरिका को पीट-पीटकर मार देना चाहिए।'
विश्व के दूसरे देशों के साथ संबंधों को देखने वाली 'कोरिया प्रशांत एशियाई शांति समिति' ने यह भी कहा कि जापान भी अमेरिका की हां में हां मिला रहा है और उसके इशारों पर नाच रहा है।
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा, 'परमाणु हमला करके जापान के द्वीप समूहों में से चार को समुद्र में डूबो दिया जाना चाहिए। हमारे नजदीक जापान के बने रहने की कोई आवश्यकता नहीं है।'
जापान ने उत्तर कोरिया के इस बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह बेहद ही भड़काऊ है। मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिदे सुगा ने कहा, 'यह बयान क्षेत्र में पहले से व्याप्त तनाव को और बढ़ाने वाला है। इस तरह के बयान को बिलकुल स्वीकार नहीं किया जा सकता।'
उत्तर कोरिया द्वारा तीन सितम्बर को किए जाने वाले छठे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण के बाद क्षेत्र में तनाव और गहरा गया है।
सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्यों ने सर्वसम्मति से उत्तर कोरिया के खिलाफ नए प्रतिबंधों के प्रस्ताव को पारित किया था जिसके तहत उस पर कपड़ों के निर्यात और तेल के आयात पर रोक लगाए जाने के अलावा उसके साथ विदेशी कंपनियों द्वारा किए जाने वाले व्यावसायिक समझौतों को अवैध करार दिया गया है।
सयुंक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने कहा था नए प्रतिबंधों से उत्तर कोरिया को सालाना 1.3 अरब डॉलर राजस्व का नुकसान होगा।
उन्होंने कहा कि अमेरिका समस्या का शांतिपूर्ण समाधान चाहता है लेकिन उत्तर कोरिया ने अपने कदम पीछे करने के कोई संकेत नहीं दिए हैं। अगर वह अपना परमाणु कार्यक्रम रोक देता है तो प्रतिबंधों को हटाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, 'अगर वह यह साबित करता है कि वह शांति में रह सकता है तो विश्व भी उसके साथ शांति से रह सकता है।' (वार्ता)