उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रमों के कारण अमेरिका, जापान और अन्य पश्चिमी देशों की आंखों का कांटा बना हुआ है। आर्थिक प्रतिबंधों और सीमित साधनों के बावजूद उत्तर कोरिया लगातार परमाणु परीक्षण करते जा रहा है।
उत्तर कोरिया अमेरिका पर भी परमाणु हमले करने में सक्षम हो गया है। उत्तर कोरिया द्वारा लगातार किए जा रहे परमाणु परीक्षणों से परेशान होकर अमेरिका ने फिर से इस देश पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। जानते हैं कितना शक्तिशाली है उत्तर कोरिया?
- खुफिया एजेंसियों के मुताबिक उत्तर कोरिया अगले दो सालों में अमेरिका पर हमला करने की हालत में हो सकता है।
- उत्तर कोरिया न केवल अंतर महाद्वीपीय परमाणु प्रक्षेपास्त्रों (आईसीबीएम्स) का परीक्षण किया है वरन उसने अमेरिका और जापान पर इनसे हमला भी किया है।
- अमेरिका ने भी माना है कि उत्तर कोरिया ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल यानी आईसीबीएम का परीक्षण किया है। आईसीबीएम के परीक्षण का मतलब यह भी है कि इलाके में अमेरिका और उसके सहयोगियों के साथ उत्तर कोरिया का तनाव बढ़ेगा। खासतौर से जापान और दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया के निशाने पर होंगे।
- रक्षा मामलों के जानकार कह रहे हैं कि उत्तर कोरिया ने जिस आइसीबीएम का परीक्षण किया है वह अलास्का और हवाई द्वीप तक जा सकता है।
- इतना ही नहीं, हाल ही में उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया है, जिसके चलते कई देशों में भूकम्प के झटके महसूस किए गए हैं जिसकी मारक और विध्वंसक क्षमता कल्पनातीत हो सकती है।
- पारंपरिक बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण के साथ ही उत्तर कोरिया ने पांच बार परमाणु परीक्षण किए हैं। 2016 में ही दो बार परमाणु परीक्षण हुआ। उत्तर कोरिया का दावा है कि आखिरी बार जिसका परीक्षण हुआ, उसे रॉकेट से जोड़ा जा सकता था।
- उत्तरी कोरिया में करीब 7 लाख लोगों के सक्रिय बल के अतिरिक्त इसके पास 45 लाख लोगों की रिजर्व फोर्स भी है। इसके अलावा शासन कभी भी इसकी एक तिहाई आबादी को सेना में सेवाएं देने के लिए बुला सकती है।
- साल 2016 के ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स के मुताबिक उत्तर कोरिया के पास शस्त्रों की कोई कमी नहीं है। इसके भंडार में 70 पनडुब्बी, 4,200 टैंक, 458 फाइटर जेट और 572 लड़ाकू विमान शामिल हैं।