वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अल कायदा के प्रमुख आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के पुत्र हमजा बिन लादेन के मारे जाने की शनिवार को पुष्टि की। हमजा पर 10 लाख डॉलर का इनाम घोषित था। ट्रंप ने एक बयान में कहा कि ओसामा बिन लादेन के पुत्र और अल कायदा के प्रमुख आतंकवादियों में से एक हमजा बिन लादेन अफगानिस्तान-पाकिस्तान के क्षेत्र में अमेरिकी सेना की कार्रवाई में मारा गया।
उन्होंने कहा कि हमजा की मौत से अल कायदा को न सिर्फ तगड़ा सबक मिलेगा बल्कि इस संगठन की हरकतों पर भी लगाम लगेगी। हमजा कई आतंकवादी संगठनों के साथ योजना बनाने और उनके संचालन के लिए भी जिम्मेदार था। उल्लेखनीय है कि आतंकवादी संगठन तालिबान के साथ अमेरिका के शांति समझौता खत्म करने के कुछ ही दिन बाद यह खबर आई है।
व्हाइट हाउस द्वारा डोनाल्ड ट्रंप के जारी एक बयान में कहा गया कि हमजा की मौत से न केवल अल कायदा को काफी चोट पहुंची है और इससे अल कायदा की परिचालन गतिविधियां कमजोर होंगी।
पिछले महीने आई थी मौत की खबर : अगस्त के पहले सप्ताह में अमेरिकी मीडिया ने जानकारी दी थी कि अमेरिका के 2 साल चले ऑपरेशन के बाद हमजा की मौत हो गई है। लेकिन ट्रंप और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे स्वीकार न कर सार्वजनिक तौर पर इससे मानने से इंकार किया था। लेकिन अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी मार्क एस्पर ने पिछले महीने हमजा की मौत की पुष्टि की थी।
ओसामा बिन लादेन की तीसरी पत्नी का बेटा हमजा लगभग 30 साल का था। वह अल कायदा में एक नेता के रूप में उभर रहा था। उस पर अमेरिकी विदेश विभाग ने एक मिलियन डॉलर के इनाम की घोषणा की थी।
हमजा के कई ऑडियो और वीडियो मैसेज सामने आए : कई बार 'क्राउन प्रिंस ऑफ जिहाद' की उपाधि पा चुके हमजा के ऑडियो और वीडियो मैसेज सामने आ चुके हैं। इनमें वह अमेरिका और अन्य देशों में हमले की धमकी देता दिखता था। मई 2011 में अमेरिकी सेना द्वारा मारे गए अपने पिता ओसामा बिन लादेन की मौत का बदला लेने के लिए हमजा के कई ऐसे वीडियो सामने आए थे। हमजा का काम अल कायदा की एक नई पीढ़ी को आकर्षित करना था।
पिता की मौत और इस्लामिक स्टेट समूह के उदय के बाद से अल कायदा ने युवा जिहादियों में अपनी साख खो दी थी। लेकिन यह समूह अपने नेता अयमान अल जवाहिरी के नेतृत्व में बड़े ही गुप्त तरीके से वापसी करने की कोशिशें कर रहा है।